हत्या का पर्दाफाश न होने पर गुस्साए ग्रामीणों ने लगाया जाम
पुलिस प्रशासन के खिलाफ की जमकर नारेबाजी
बस्ती: 31 अक्टूबर 18 को पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र के कड़रखास गांव के बाहर गन्ने के खेत में सप्ताह भर पूर्व से गायब युवक का शव मिलने और बाद में अज्ञात पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने के बाद भी पुलिस की ओर से हत्याकांड का खुलासा न करने पर शुक्रवार को लोगों का गुस्सा फिर फूट पड़ा। नाराज ग्रामीण परिजनों के साथ सड़क पर उतर आए। उन्होने बस्ती महुली मार्ग पर बोकनार गांव के सामने सड़क पर जाम लगा दिया। तकरीबन एक घंटे जाम लगाने के बाद पुलिस अधिकारियों के आश्वासन ग्रामीण माने।
23 अक्टूबर को घर से गायब बोकनार गांव के वीरेंद्र उपाध्याय 28 का शव पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र के कड़र खास गांव में गन्ने के खेत में मिला था। शव की पहचान के बाद ग्रामीणों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर प्रदर्शन कर प्रभारी निरीक्षक पर मामले में युवक के गायब होने की सूचना देने के बाद भी हीलाहवाली करने का आरोप लगाया था। मामले को गंभीरता से लेते हुए एएसपी ने तत्काल लालगंज के प्रभारी निरीक्षक को मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया था। पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज कर लिया मगर अब तक वह मामले में आगे नहीं बढ़ पाई, ऐसे में ग्रामीणों ने शुक्रवार की सुबह बस्ती महुली मार्ग पर जाम लगा दिया। पुलिस के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। जाम की सूचना मिलने के बाद प्रभारी निरीक्षक लालगंज आरके राय पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्हे देखते ही भीड़ और उग्र हो गई और उनके खिलाफ नारे लगाने लगी। प्रभारी निरीक्षक मान मनौव्वल में लगे रहे लेकिन बात नहीं बनी। इसी बीच सीओ रुधौली शिवप्रकाश ¨सह भी पहुंचे और आक्रोशित ग्रामीणों व परिजनों को अविलंब घटना के खुलासे का आश्वासन दिया। इस बात पर अभयदेव शुक्ल, सांसद प्रतिनिधि प्रमोद पांडेय, ग्राम प्रधान शिवप्रसाद उपाध्याय व अन्य लोगों ने कहा कि 12 नवंबर तक अगर हत्या का खुलासा नहीं हुआ तो सिर्फ बोकनार के लोग ही नहीं बल्कि आस पास के गांव वाले भी आंदोलन करेंगे। बलराम उपाध्याय, प्रेम नारायण उपाध्याय, विक्रांत ¨सह, शिवप्रसाद उपाध्याय, विजय उपाध्याय, अनिल पांडेय,दद्दन उपाध्याय, अजय उपाध्याय, अनिल उपाध्याय, इंद्रमणि उपाध्याय, दीपक उपाध्याय, रघुनंदन उपाध्याय, मनोज उपाध्याय, बब्बू उपाध्याय, जगराम चौधरी, गोलू पाठक, केशव राम मौजूद रहे।