स्टैंड के नाम पर अवैध वसूली,जिम्मेदार बेखबर
स्टैंड वसूली का निश्चित ठिकाना नहीं रेट सूची भी गायब मनमानी रकम वसूलने पर वाहन चालकों से हो रही झड़प
जागरण संवाददाता, बस्ती : टैक्सी स्टैंड का धंधा है साहब। कभी मंदा नहीं जाएगा। जितना हो पाए वसूल लो। कमाई हो,न हो टैक्सी साथ में है तो दबंग शोहदों की मनमानी के आगे झुकना ही पड़ता है। छोटे वाहनों का भी निकाय शुल्क के नाम पर 50 से सौ रुपये तक देना पड़ रहा है। वसूली का कोई अड्डा न शुल्क निर्धारित है। जहां मन में आए वहीं हरी या पीली पर्ची थमाकर रकम ऐंठ ली जा रही है। यह जुबानी बयां आटो चालक चालक मोहम्मद इस्माइल का है।
इनका तर्क भी वाजिब है। लेकिन सुनने वाला कोई नहीं है। कहा कि किसी भी शहर में निकाय शुल्क वसूलने के लिए वाहनवार निर्धारित दर होना चाहिए। निश्चित जगह पर स्टैंड और वहां पर रेट सूची चस्पा रहे। यहां ऐसा कुछ भी नहीं। मनबढ़ युवक डंडे के बल पर शहरी चौराहों और प्रमुख कस्बों में वसूली कर रहे हैं। फर्जी रसीद थमाई जाती है। जिस पर कोई विवरण अंकित नहीं रहता है। कागज में नगर पालिका कर रही पांच स्टैंडों की वसूली
नगर पालिका क्षेत्र में छह टैक्सी स्टैंड चिह्नित है। धरातल पर इनकी पहचान नहीं है। कटरा टैक्सी स्टैंड का केवल टेंडर हुआ है। बाकी अस्पताल चौराहा, दीवानी कचहरी, कचहरी चौराहा, कंपनीबाग, रेलवे स्टेशन स्टैंड का टेंडर नहीं हुआ। यहां कागज में नगर पालिका वसूली करा रही है। जबकि रोडवेज, बड़ेवन, ब्लाक रोड, रौता, मूड़घाट पर बगैर स्टैंड के ही वसूली हो रही है। वाहन चालकों के ना नूकुर करने पर उन्हें भला बुरा भी कहा जाता है। अवैध वसूली करने वाले शोहदों पर पुलिस, प्रशासन और पालिका का कोई अंकुश नहीं है। नगर पंचायतों में भी चल रहा खेल
जनपद के रुधौली, हर्रैया, बनकटी और बभनान नगर पंचायत में भी टैक्सी स्टैंड वसूली में बड़ा खेल हो रहा है। पूरे कस्बे में गोलबंद लोग जबरन वसूली कर रहे हैं। प्रशासन का इन पर कोई अंकुश नहीं है। क्या हैं निर्धारित दर-नगर पालिका क्षेत्र
टेम्पू- 30 रुपये
जीप- 60 रुपये
बस- 100 रुपये यदि निकाय क्षेत्रों में नियम विरुद्ध वसूली हो रही है तो इसकी जांच कराई जाएगी। निर्धारित स्थल पर ही वसूली की जा सकती है। मनमानी करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
आशुतोष निरंजन, जिलाधिकारी