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शिक्षकों ने किया सत्याग्रह, मांगों को लेकर उठाई आवाज

कोविड प्रोटोकाल का हुआ उल्लंघन उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला मंत्री राघवेंद्र प्रताप सिंह को प्रभारी निरीक्षक कोतवाली की संस्तुति रिपोर्ट के आधार पर उपजिलाधिकारी सदर ने 25 सदस्यों के साथ सत्याग्रह करने की अनुमति दी गई थी लेकिन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर सत्याग्रह में सौ से अधिक शिक्षक शामिल हुए।

By JagranEdited By: Published: Sun, 03 Oct 2021 11:32 PM (IST)Updated: Sun, 03 Oct 2021 11:32 PM (IST)
शिक्षकों ने किया सत्याग्रह, मांगों को लेकर उठाई आवाज

बस्ती: उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष उदयशंकर शुक्ल के नेतृत्व में शिक्षकों ने बीएसए कार्यालय पर एक दिवसीय सत्याग्रह किया। इस दौरान लंबित मांगों के समर्थन में शिक्षकों ने आवाज बुलंद की। इस मौके पर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन नायब तहसीलदार को सौंपा।

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ज्ञापन में पुरानी पेंशन नीति बहाली, शिक्षकों से डीबीटी फीडिग न कराए जाने, कैशलेश चिकित्सा व्यवस्था लागू करने, संविलियन के बाद समाप्त हुए प्रधानाध्यापकों का पद बहाल किए जाने, वेतन विसंगति दूर करने, सभी छात्रों को बैठने के लिए डेस्क एवं बेंच उपलब्ध कराने, सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के अनुसार समान कार्य, समान वेतन के सिद्धान्त पर शिक्षा मित्र एवं अनुदेशक को 35 हजार, आंगनबाडी 15 एवं सहायिका तथा रसोइयों को 11 हजार रुपये मानदेय दिए जाने सहित अन्य मांगे शामिल रहीं।

जिलाध्यक्ष ने कहा कि शासन स्तर पर लंबित समस्याओं का शीघ्र समाधान नही हुआ तो आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा। अखिलेश मिश्र, राघवेंद्र सिंह, विजय प्रकाश चौधरी, अभय सिंह यादव, शैल शुक्ल, राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के महामंत्री वेद प्रकाश मिश्र, राजकुमार सिंह, आनंद दूबे, फैजान अहमद, रक्षाराम वर्मा, सतीश शंकर शुक्ल, सतीश शंकर शुक्ल, चन्द्रभान चौरसिया, दिवाकर सिंह, देवेन्द्र वर्मा, ओम प्रकाश पांडेय, अवनीश तिवारी, रजनीश मिश्र, बब्बन पांडेय, रमेश विश्वकर्मा मौजूद रहे।

कोविड प्रोटोकाल का हुआ उल्लंघन

उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला मंत्री राघवेंद्र प्रताप सिंह को प्रभारी निरीक्षक कोतवाली की संस्तुति रिपोर्ट के आधार पर उपजिलाधिकारी सदर ने 25 सदस्यों के साथ सत्याग्रह करने की अनुमति दी गई थी, लेकिन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर सत्याग्रह में सौ से अधिक शिक्षक शामिल हुए। कोविड प्रोटोकाल का पालन नहीं किया गया। सत्याग्रह के दौरान कोई मास्क नहीं लगाया था। फिजिकल डिस्टेंसिग का भी पालन नहीं किया गया। बीएसए ने भी संघ के पदाधिकारियों को पत्र जारी कर 25 लोगों के ही साथ सत्याग्रह करने की अनुमति दी थी। चेताया था इसका उल्लंघन किए जाने पर कार्रवाई की जाएगी। दूसरी तरफ संघ के जिलाध्यक्ष उदय शंकर शुक्ल ने कहा एसडीएम की अनुमति में गांधी और शास्त्री की प्रतिमा पर माल्यार्पण के समय एक साथ 25 लोगों के मौजूद रहने की बाध्यता रही। बीएसए कार्यालय पर सत्याग्रह के दौरान यह प्रतिबंध लागू नहीं था।


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