UP News: बालू माफिया को संरक्षण देने में हटाए गए एसओ छावनी, आइजी स्तर पर भी चल रही है जांच
एसओ के खिलाफ आइजी के स्तर से भी गोपनीय जांच चल रही है। एक महीना पहले एक मारपीट की घटना में भी एसओ ने एक व्यक्ति को सिर्फ इसलिए थाने के लॉकअप में बंद कर दिया था क्योंकि उसने मुख्यमंत्री से बालू खनन की आन लाइन शिकायत की थी। बाद में यह मामला जब आइजी आरके भारद्वाज के पास पहुंची थी तो उन्होंने गोपनीय जांच बैठा दी थी।
विक्रमजोत, बस्ती। छावनी थाना क्षेत्र में बालू खनन माफिया को संरक्षण देने के मामले में छावनी एसओ सुभाष मौर्य को पद से हटा कर अपराध शाखा भेज दिया है। जागरण ने अपने गुरुवार के अंक में -बालू खनन पकड़ा जोर, माफिया पर अंकुश नहीं' शीर्षक से खबर प्रमुखता से प्रकाशित किया था। जिस पर यह कार्यवाही की गयी है।
एसओ पर पिछले दो माह से बालू के अवैध खनन कराने का आरोप लग रहा था। एक पखवारा पहले थाना क्षेत्र के विक्रमजोत धुसवा तटबंध के ठोकर नम्बर 10 के पास अवैध बालू खनन की शिकायत हुई थी। मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंचा था। शिकायत की जांच जिला खनन अधिकारी प्रशांत यादव ने की तो जांच में खनन की पुष्टि हुई।
उन्होंने एक वाहन को मौके पर पकड़कर सीज कर दिया था। खनन अधिकारी ने 19 जनवरी 2023 को बालू माफिया पर मुकदमा लिखने के लिए एसओ को पत्र लिखा था, लेकिन उन्होंने शिकायती पत्र पर न ही कोई रूचि दिखाई न ही मुकदमा दर्ज किया। बीट के सिपाही मनमानी करते रहे और अवैध बालू खनन माफिया को संरक्षण देते रहे।
एसओ के खिलाफ आइजी के स्तर से भी गोपनीय जांच चल रही है। एक महीना पहले एक मारपीट की घटना में भी एसओ ने एक व्यक्ति को सिर्फ इसलिए थाने के लॉकअप में बंद कर दिया था, क्योंकि उसने मुख्यमंत्री से बालू खनन की आन लाइन शिकायत की थी। बाद में यह मामला जब आइजी आरके भारद्वाज के पास पहुंची थी तो उन्होंने गोपनीय जांच बैठा दी थी।
इस बारे में पूछे जाने पर क्षेत्राधिकारी हर्रैया अशोक मिश्रा ने बताया कि मैंने सर्किल के सभी थानाध्यक्षों को लिखित निर्देश दिया है कि थाना क्षेत्र में कोई भी अवैध गतिविधियां न संचालित होने दिया जाए। बालू के अवैध खनन में जांच चल रही है।जो भी विभागीय कर्मचारी दोषी पाये जायेंगे। उन पर विभागीय कार्यवाही की जायेगी। आपके माध्यम से यह भी बताना है कि क्षेत्र में अगर ऐसी गतिविधियां दिखे तो कोई भी हमारे हर्रैया स्थित कार्यालय में साक्ष्य के साथ शिकायत कर सकता है। मैं तुरंत कार्रवाई करूंगा।
इस मामले में आइजी आरके भारद्वाज ने कहा कि पुलिस को आम जन से मित्रवत व्यवहार रखना चाहिए। किसी को बेवजह परेशान करना गलत है। जिस शिकायत कर्ता को पुलिस ने हिरासत में लिया था। उसकी जांच चल रही है। फिलहाल एसओ को हटा दिया गया है। अवैध खनन में सिपाहियों की भूमिका की भी जांच कराई जा रही है।