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पल भर में छिन गई दो परिवारों की खुशियां

शुक्रवार को लखनऊ के डालीगंज में हुए घटना में सुसाइड करने वाले मदनलाल के मौत की खबर सुनते ही जहां एक ओर नगर पंचायत के विध्यवासिनी नगर वार्ड के रघुनाथपुर टोले में सन्नाटा पसर गया वही उसकी मौत की खबर ने परिजनों को पूरी तरह से तोड़ के रख दिया है। घर पर मौजूद पड़ोसियों ने बताया कि मदनलाल बहुत ही मिलनसार प्रवृत्ति का लड़का था। 55 वर्षीय मां इसलावती देवी की हाल ही में पैर की सर्जरी हुई है लेकिन बेटे की मौत की खबर सुनने के 24 घंटे के बाद भी उसने अब तक पानी की शुक्रवार को लखनऊ के डालीगंज क्षेत्र के ठठेहरी बाजार मोहल्ले में प्रेमिका की हत्या करने के बाद खुद को गोली से उड़ाने वाले प्रेमी की घटना को लेकर चर्चाओं का बाजार गरम रहा। इस घटना से दो परिवारों की खुशियों पर ग्रहण लग गया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 21 Sep 2019 11:54 PM (IST)Updated: Sat, 21 Sep 2019 11:54 PM (IST)
पल भर में छिन गई दो परिवारों की खुशियां

बस्ती: शुक्रवार को लखनऊ के डालीगंज क्षेत्र के ठठेहरी बाजार मोहल्ले में प्रेमिका की हत्या करने के बाद खुद को गोली से उड़ाने वाले प्रेमी की घटना को लेकर चर्चाओं का बाजार गरम रहा। इस घटना से दो परिवारों की खुशियों पर ग्रहण लग गया।

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आत्महत्या करने वाले मदन के मौत की खबर सुनते ही रुधौली नगर पंचायत के विध्यवासिनी नगर वार्ड के रघुनाथपुर टोले में सन्नाटा पसर गया। सहसा किसी को यकीन नहीं हो रहा था कि ऐसा भी वह कर सकता है। घर पर मौजूद पड़ोसियों ने बताया कि मदनलाल मिलनसार प्रवृत्ति का था। 55 वर्षीय मां इसलावती देवी के पैर की हाल ही में सर्जरी हुई है। बेटे के मौत की खबर सुनने के बाद वह सदमे में हैं। वहीं 58 वर्षीय पिता प्रभुनाथ की हालत यह है कि वह ठीक से लोगों से बात भी नहीं कर पा रहे थे। लोगों के ढांढस बंधाने पर वह फफक कर रो पड़े। मदन चार बहन, तीन भाईयों में तीसरे नंबर पर था। वह तीन माह पूर्व ही पूना से आया था। मदनलाल का अंतिम संस्कार रुधौली में आमी नदी के तट पर किया गया।

वहीं वाल्टरगंज थाना क्षेत्र के परसालाल शाही गांव निवासी त्रिभुवन चौधरी की पुत्री वंदना डेढ वर्ष से लखनऊ में रहकर स्टाफ नर्स की ट्रेनिग करते हुए एक प्राइवेट अस्पताल में नौकरी भी कर रही थी। वंदना अपने दो भाई और दो बहन में तीसरे नंबर की थी। वह छोटी बहन वंदना के साथ लखनऊ रहकर पढाई कर रही थी। अंतिम संस्कार परिजनों द्वारा बस्ती के मूड़घाट पर कर किया गया।


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