सरयू लाल निशान के पार, तटबंधों पर बढ़ा दबाव
एक सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रही है नदी
बस्ती : सरयू का जलस्तर बुधवार को खतरे का निशान पार कर 92.740 मीटर पर पहुंच गया। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार नदी एक सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रही है, जिसके गुरुवार को 92.850 मीटर तक पहुंचने की आशंका है। जलस्तर बढ़ने से तटबंधों पर दबाव बढ़ गया है, जिसके चलते हरैया तहसील के 100 से अधिक गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।
बाढ़ का पानी रिहायशी इलाकों की ओर बढ़ने लगा है, जिससे तटबंध विहीन गांवों में दहशत का माहौल है। बाघानाला के पास तेजी से जलभराव हो रहा है तो भरथापुर के निकट नदी कटान कर रही है। कल्यानपुर में नदी करार से सट कर बह रही है। निचले इलाकों में पानी भर गया है। जलस्तर बढ़ने को लेकर भरथापुर, कल्यानपुर आदि गांव के लोग सहमे हैं। प्रधान संजय, भरथ लाल, श्रीकांत, उमेश कुमार, हेमंत पांडेय, केशवचंद, मंगल प्रसाद, जीतेन्द्र सिंह, दयाराम आदि ग्रामीणों ने बताया कि बारिश से सड़क पहले ही क्षतिग्रस्त है। बाढ़ में गांव का रास्ता भी प्रभावित हो जाता है, जिसके चलते गांव से बाहर आना जाना मुश्किल हो गया है ।
एडीएम ने लिया जायजा
अपर जिलाधिकारी रमेश चंद्र ने बुधवार को कल्यानपुर पहुंचकर कटान रोकने के लिए चल रहे कार्यो का जायजा लिया। उन्होंने बाढ़ खंड के अधिकारियों से कार्य को जल्द से जल्द पूरा कराने को कहा। उन्होंने प्राथमिक विद्यालय सीतारामपुर के भवन को भी सुरक्षित करने के लिये कहा। एडीएम ने इसके बाद बाघानाला में कटान की स्थिति देखकर इसको रोकने के उपाय तेज करने के निर्देश दिए। उन्होंने बाढ़ खंड की टीम के साथ लोलपुर विक्रमजोत तटबंध का भी जायजा लिया।
कृषि भूमि भी निगल रही नदी
दुबौलिया और आसपास के इलाके में भी जलस्तर बढ़ने से तटबंधों पर दबाव बढ़ गया है। कटरिया चांदपुर तटबंध पर कटरिया गांव के पास बने ठोकर का बेस बैठने लगा है। सुबिकाबाबू, खजांचीपुर, बिसुन्दासपुर, गौरा, दिलासपुरा के निकट कृषि योग्य भूमि को भी नदी काट रही है। देवनाथपुर निवासी संतराम यादव ने बताया पिछले तीन चार दिनों में नदी दर्जनों बीघा खेत निगल चुकी है। बिसुन्दासपुर निवासी किसान राम बहोर यादव ने बताया परवल की खेती में इस बार बहुत नुकसान हो गया। विष्णु यादव ने बताया पिछले वर्ष सरयू की कटान के बाद कुछ किसानों को मुआवजा मिला था। सहायक अभियंता जितेंद्र कुमार ने बताया तटबंधों पर दबाव बढ़ने से निगरानी समिति को संवेदनशील जगहों पर मरम्मत कार्य करवाने के निर्देश दिए गए हैं। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा ने बताया सर्वे कराकर नियमानुसार मुआवजा दिलाया जाएगा।