सरयू लाल निशान से 29 सेमी नीचे, तटबंध पर बढ़ा दबाव
चांदपुर तटबंध पर सरयू नदी के लगातार जलस्तर बढ़ने से तटबंध पर दबाव बढ़ रहा है। तटबंध की सुरक्षा के लिए बनाए गए बोरियों के बेस लगातार धारा में विलीन हो रहे हैं। बुधवार की शाम नवनिर्मित ठोकर का बेस खलवा गांव के पास धंस गया।
बस्ती : कटरिया चांदपुर तटबंध पर सरयू नदी के लगातार जलस्तर बढ़ने से तटबंध पर दबाव बढ़ रहा है। तटबंध की सुरक्षा के लिए बनाए गए बोरियों के बेस लगातार धारा में विलीन हो रहे हैं। बुधवार की शाम नवनिर्मित ठोकर का बेस खलवा गांव के पास धंस गया। यहां दो मीटर हिस्सा बैठा है। जिसके चलते एक बार फिर अफरा तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। मजदूरों ने तत्काल मरम्मत कार्य शुरू कर दिया जिससे हालात बिगड़ने से बच गए। गुरुवार सुबह से ही ठोकर पर बोल्डर से ¨रग बनाने का काम किया जा रहा है। अयोध्या में जलस्तर खतरे के निशान 92.73 मीटर से 29 सेमी नीचे 92.44 मीटर दर्ज किया गया है। अपस्ट्रीम में एल्गिन ब्रिज पर नदी खतरे के निशान 106.07 से 19 सेमी ऊपर है। अपस्ट्रीम में जलस्तर बढ़ने से नदी पर खतरा बढ़ता जा रहा है। उधर विक्रमजोत विकास खंड में नदी राष्ट्रीय राजमार्ग की तरफ लगातार बढ़ रही है। केशवपुर, बाघानाला, भरथापुर, कल्यानपुर, पड़ाव, चानपुर में लगातार कटान हो रही है। कटान के चलते नदी हाइवे की ओर घट रही है। केशवपुर गांव में ढाबा के निकट नदी और हाइवे की दूरी घटकर महज 300 मीटर रह गई है। जिसके चलते केशवपुर गांव के लोगों की नींद उड़ गई है। कल्यानपुर गांव के शैलेंद्र कुमार मिश्रा, रवि पांडेय, रमेश पांडेय, रामायन तिवारी, अरुण, विजय शंकर ,राम शंकर, सियाराम ,पप्पू ,मस्तराम, मायाराम, धवन ,रामकुमार का कहना है दो दिन से हो रही कटान से ग्रामीणों की करीब 10 बीघे जमीन धारा में कट कर बह गयीं । बाघानाला में कटान के चलते आबादी व नदी की दूरी लगातार कम हो रही है। यहां गांव से नदी की दूरी महज 40 से 50 मीटर रह गयी है। भरथापुर में लगातार कटान हो रही है। कल्यानपुर में कटान के चलते पुलिया का शेष बचा हिस्सा भी नदी में समा गया है। यहां स्कूल परिसर लगातार कट रहा है। कटान से ग्रामीण रात जाग कर बिता रहे हैं। बाढ़ खंड ने यहां एक सप्ताह से बचाव कार्य ठप कर रखा है। भरथापुर के जितेंद्र ¨सह ,फागू, दयाराम ,जग्गी लाल, रामअशीष, रामपति व कल्यानपुर के ग्राम प्रधान संजय यादव, हेमंत पांडेय, घनश्याम पांडेय, कमला कांत पांडेय, राधेश्याम पांडेय, उदय कांत पांडेय, श्रीकांत पांडेय लालजी पांडेय, रामसुंदर यादव ,श्री चंद यादव, लालचंद यादव, प्रदीप शर्मा, राजबहादुर शर्मा, सुदई यादव, हनुमान यादव, जगदंबा यादव, विक्रमा, राजकुमार का कहना है कि डीएम ने कहा था कि जल्द ही कटान रोकने के उपाय किए जाएंगे। एक सप्ताह में विस्थापन प्रक्रिया भी शुरू कर दी जाएगी पर करीब अट्ठारह दिन बीत गया कुछ नहीं है। सहजौरा गांव की आबादी की जमीन लगातार नदी में विलीन हो रही हैं। यहां बिजली के तकरीबन 20 खंभे नदी की धारा में समा गए हैं।