अफवाहों के बाजार में खतरे में इनकी जान
जिले में इन दिनो बच्चा चोर की अफवाह से बेकसूर पीटे जा रहे हैं। अपरचित मंदबुद्धि पागल और भिखारी जैसे लोगों को बच्चा चोर समझकर लोग पीट रहे हैं। इतना ही नहीं जिले के नगर थाना क्षेत्र में किन्नरों को भी लोगों ने बच्चा चोर समझ कर पीट दिया। 30 अगस्त से लेकर अब तक आधा दर्जन ऐसे मामले सामने आए हैं।
बस्ती: जिले में इन दिनों बच्चा चोर की अफवाह से बेकसूर पीटे जा रहे हैं। अपरचित, मंदबुद्धि, पागल और भिखारियों को बच्चा चोर समझकर लोग पीट रहे हैं। इतना ही नहीं जिले के नगर थाना क्षेत्र में किन्नरों को भी लोगों ने बच्चा चोर समझ कर पीट दिया। 30 अगस्त से लेकर अब तक आधा दर्जन ऐसे मामले सामने आए हैं। अफवाहों का एक प्रमुख कारण सोशल मीडिया पर बच्चा चोरों से संबंधित फोटो वीडियो वायरल होना है। बच्चा चुराने की अफवाहें अंजान, मंदबुद्धि व अर्धविक्षिप्त लोगों पर भारी पड़ रहीं हैं। जिले में लगातार ऐसी घटनाएं सामने आ रहीं हैं जिसमें लोगों को बच्चा चोर समझकर जनता पिटाई कर दे रही है। बच्चा चोरी की अफवाह को लेकर लोग भयभीत हैं। बच्चा चोर गिरोह के भय से लोग रतजगा कर रहे हैं। संदिग्ध लग रहे लोगों को पकड़ कर जनता पुलिस को बुला रही है। हालांकि बाद में पुलिस की छानबीन में बेकसूर साबित हो रहे हैं।
केस- एक
30 अगस्त की रात 8.30 बजे रेलवे कालोनी मुंडेरवा में एक साधु वेशधारी बुजुर्ग पहुंचा और उसने वहां दो साल के एक बच्चे से कोई पता पूछा। इसी बीच उस पर कालोनी के लोगों की निगाह पड़ी तो उन्होंने उसे पकड़ लिया। बच्चा चोर समझकर मारा पीटा और बाद में पुलिस के हवाले कर दिया। लोगों का कहना था कि दो साल के बच्चे से पता पूछने पर उन्हे शक हुआ। मुंडेरवा पुलिस और जीआरपी बस्ती की जांच में बुजुर्ग अर्धविक्षिप्त मिला।.
केस- दो
पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र के मरवटिया गांव में 30 अगस्त को एक पागल युवक किसी के घर में घुस गया। उसे लोग बच्चा चोर समझकर दौड़ा लिये। अचानक वह 31 अगस्त की सुबह भागता हुआ गांव के एक तालाब पर पहुंचा और उसमें छलांग लगा दी। तालाब पर मछली मार रहे लोगों ने पुलिस को घटना की जानकारी दी। जब तक पुलिस पहुंचती तब तक उसकी डूबने से मौत हो चुकी थी। 31 अगस्त को ही सोनहा थाना क्षेत्र के शेखुईया गांव में कुछ लोगों ने एक पागल की पिटाई कर दी।
केस- तीन
पहली अगस्त को नगर थाना क्षेत्र के कन्हौली गांव के एक व्यक्ति के घर बच्चा पैदा होने की सूचना पर तीन किन्नर गांव में पहुंचे। इसी बीच ग्रामीणों ने उन्हे बच्चा चोर समझकर पीटना शुरू कर दिया। किन्नर चिल्लाते रहे पर लोगों ने उनकी एक न सुनी। मौके पर पहुंचे ग्राम प्रधान ने किन्नरों की जान बचाई और नगर पुलिस को घटना की सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस उन्हे ग्रामीणों के चंगुल से बचाकर थाने ले आई और वापस उन्हे उनके घर भेज दिया।
बच्चा चोरी करने वाले गिरोह की बात महज अफवाह है। लोगों को ऐसे अफवाहों से बचने की जरूरत है। अभी तक किसी भी थाने में बच्चा चोरी की रिपोर्ट भी दर्ज नहीं करायी गई है। यदि किसी को कोई संदिग्ध लगता है तो उसकी सूचना पुलिस को दें, कानून को हाथ में कदापि न लें।
पंकज, एएसपी, बस्ती।