मजदूर का बैग लौटा कर आरपीएफ ने जीता दिल
शनिवार को सत्याग्रह एक्सप्रेस के महिला कोच से लावारिस हालत में मिला बैग यात्री को लौटा कर आरपीएफ ने एक बार फिर ईमानदारी की मिसाल पेश की। बैग में 61 हजार रुपये और अन्य सामान थे। ट्रेन संख्या (15274) सत्याग्रह एक्सप्रेस शनिवार की सुबह 10.20 बजे बस्ती स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या 3 पर रुकी।
बस्ती : शनिवार को सत्याग्रह एक्सप्रेस के महिला कोच से लावारिस हालत में मिला बैग यात्री को लौटा कर आरपीएफ ने एक बार फिर ईमानदारी की मिसाल पेश की। बैग में 61 हजार रुपये और अन्य सामान थे।
ट्रेन संख्या (15274) सत्याग्रह एक्सप्रेस शनिवार की सुबह 10.20 बजे बस्ती स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या 3 पर रुकी। ट्रेन चलने से पहले आरपीएफ टीम ने चेक किया तो महिला कोच में एक लावारिस बैग दिखा। पहले आसपास देखा और पूछा जब कोई नहीं मिला तो उसे कब्जे में ले लिया। हेड कांस्टेबल जेपी ¨सह बैग को लेकर आरपीएफ पोस्ट पर पहुंचे। यहां बैग में मिले कागजात के आधार पर बैग स्वामी से संपर्क साधा गया। बैग मिलने की जानकारी पाते ही यात्री खुश हो गया। आरपीएफ इंस्पेक्टर नरेंद्र यादव ने बताया कि बैग में 61 हजार रुपये और ड्राइ¨वग लाइसेंस मिला। लाइसेंस पर अनूप कुमार पुत्र कृष्ण कुमार निवासी बनगवां थाना खोड़ारे जनपद गोंडा अंकित पाया गया। इसी के सहारे बैग स्वामी को आरपीएफ थाना बुलाकर पूछताछ किया गया। उन्होंने बताया छठ पर्व और घर में शादी है। इसीलिए कमाकर दिल्ली से घर लौटा था। ट्रेन से जल्दबाजी में उतरते समय पत्नी पूनम बैग उठाना भूल गई। छह माह की मजदूरी कर उसने यह धन एकत्र किया है। आरपीएफ ने बैग और रुपये सौंपे जो अनूप की आंख से खुशी के आंसू छलक पड़े। आरपीएफ बस्ती पोस्ट पर तैनात इंस्पेक्टर, हेड कांस्टेबल, कांस्टेबल को बेहतर कार्य पर आरपीएफ गोरखपुर के आइजी राजाराम और सीनियर कमांडेंट अमित प्रकाश मिश्र ने यात्रियों का सामान और बैग लौटाने, 182 हेल्पलाइन नंबर सुचारू रुप से संचालित किए जाने पर सम्मानित किया है।