सरकार के भीम एप में साइबर अपराधियों ने लगाई सेंध
बस्ती: भारत सरकार की ओर से शुरू किए गए भीम एप को लेकर भी सवाल खड़े हो गए है। साइबर अप
बस्ती: भारत सरकार की ओर से शुरू किए गए भीम एप को लेकर भी सवाल खड़े हो गए है। साइबर अपराधियों ने इसमें सेंध लगा दिया है। भोले भाले लोगों को ठगने के लिए अब इस एप का इस्तेमाल हो रहा है। इसका खुलासा बस्ती में क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़े पांच साइबर अपराधियों से पूछताछ के दौरान हुआ।
कोतवाली क्षेत्र के शास्त्री चौक से पकड़े गए अभियुक्तों ने पूछताछ के दौरान बताया कि उनका एक गिरोह है जो फ्राड कर पहले खाते से जुड़े मोबाइल नंबर को रिप्लेश कराता है। इसके बाद भीम एप यूपीआइ के माध्यम से खाते से ही रुपये ट्रांसफर कर लेता है। इस एप से धन अंतरित करने के लिए खाता नंबर और रुपया निकालने के लिए एटीएम की जरूरत होती है। इसके लिए गिरोह के सदस्य गरीब और कम पढ़े लिखे लोगों को निशाना बनाते हैं। उन्हे लालच देकर उनका खाता व एटीएम हासिल कर लेते हैं।
एसपी दिलीप कुमार ने बताया कि गिरोह के सदस्यों का अलग अलग काम है। पकड़े गए विनोद का काम पैसे वाले खातों का डाटा जुटाना तो आलोक जायसवाल और राजकुमार मौर्य को एटीएम कार्ड एकत्रित करने का काम दिया जाता था। रतन गुप्ता सिम रिप्लेस करने का काम करता था। अंकित त्यागी और आशीष द्वारा खाते से रुपया ट्रांसफर करने का काम किया जाता है। आशीष अभी पुलिस के हाथ नहीं लगा था। एसपी ने बताया कि गिरोह के सदस्यों का अगला टारगेट लोगों के खाते से चार करोड़ रुपये उड़ाने का था। यह जानकारी पकड़े गए लोगों के बीच हुई चै¨टग में सामने आई है।
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साइबर ठगों को गिरफ्तार करने वाली टीम
मोबाइल नंबर रिप्लेस कर खाते से रुपया उड़ाने वाले साइबर ठगों को गिरफ्तार करने वाली टीम में क्राइम ब्रांच के प्रभारी इंस्पेक्टर रामआशीष यादव,साइबर सेल प्रभारी पंकज पांडेय, सिपाही मनोज कुमार, अजय यादव, मो. ¨हद आजाद, जनार्दन प्रजापति शामिल थे। एसपी ने टीम को 10 हजार रुपये पुरस्कार देने की घोषणा की।
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क्या है भीम एप
भीम एप (भारत इंटरफ़ेस फॉर मनी), यूपीआई (यूनीफाइड पेमेंट इंटरफेस) सिस्टम पर काम करता है इसके जरिए रकम भेजी और प्राप्त की जा सकती है।इस एप की एक खास बात यह भी है कि इसमें आपको नेट बैं¨कग की तरह बार-बार पूरी डिटेल नहीं भरनी पड़ती इसमें एक बार बस आप अपनी बैंक की डिटेल भर दीजिए उसके बाद आपका मोबाइल नंबर ही आपका पेमेंट एड्रेस बन जाएगा।