उपाय कोई भी हो कार्यालय में नहीं मिलते कर्मचारी
सरकार चाहे जितनी कोशिश कर ले पर सरकारी कर्मचारी अपने कार्यालयों में सीट पर नहीं मिलते हैं। कर्मचारियों की उपस्थिति दर्ज करने के लिए लगे बायोमीट्रिक सिस्टम भी फेल हो चुके हैं
बस्ती: सरकार चाहे जितनी कोशिश कर ले पर सरकारी कर्मचारी अपने कार्यालयों में सीट पर नहीं मिलते हैं। कर्मचारियों की उपस्थिति दर्ज करने के लिए लगे बायोमीट्रिक सिस्टम भी फेल हो चुके हैं।
जागरण टीम सोमवार को ब्लाक कार्यालय पर सुबह 10.40 बजे पहुंची। बीडीओ के कक्ष में ताला लटक रहा था। लेखाकार दीपक श्रीवास्तव व उर्दू अनुवादक दोस्त मोहम्मद अपने कार्य निपटा रहे थे। कंप्यूटर आपरेटर सोमेश अपने कक्ष में थे। 12 बजे तक स्टोर रूम व आंकिक कक्ष में ताला बंद था। 11.15 बजे ग्राम पंचायत अधिकारी विवेक कुमार और ग्राम विकास अधिकारी रीना सूची जमा करने पहुंचीं। शौचालय में गंदगी के चलते ब्लाक के कर्मियों व फरियादियों को खुले में शौच जाना पड़ता है। सर्वाधिक समस्या महिलाओं को होती है। 12 बजे तक एडीओ आइएसबी सतीश चंद्र, स्थापना लिपिक राम सहाय पाल, लेखाकार मो. सलीम और आपरेटर अर¨वद की कुर्सी खाली रही। पता चला, एडीओ आइएसबी क्षेत्र में, प्रधान सहायक बनकटी और लेखाकार मो. सलीम साउंघाट गए हैं। 12.20 बजे तक सहायक विकास अधिकारी पंचायत धनप्रकाश शुक्ल की कुर्सी खाली रही। खंड प्रेरक प्रशांत व आपरेटर रसीद काम कर रहे थे। खंड प्रेरक एकता पटेल धूप में बैठी थीं। सफाई कर्मी शिवकुमार व शकील अहमद अभिलेख बना रहे थे। महत्वपूर्ण कागजात कमरे में फर्श पर पड़े थे। ओडीएफ वार रूम का भी शौचालय बदहाल है। गड्ढे का ढक्कन टूटने से बदबू फैली थी। फरियादी डिहुकपुरा निवासी अरूणेश कुमार, चकदहा निवासी राजेंद्र राजभर, प्रेम चंद्र व बाल गो¨वद अपने कार्य के लिए जिम्मेदारों को खोज रहे थे। बीडीओ संजय कुमार नायक ने बताया कि वह प्रशिक्षण लेने लखनऊ गए हैं। साथ में कंप्यूटर आपरेटर अर¨वद भी हैं। शेष कर्मचारी कार्यालय पर हैं। जो कर्मचारी मौजूद नही होंगे उनसे स्पष्टी करण लिया जाएगा। रही बात शौचालय का ढक्कन टूटने की तो यह मेरी जानकारी में नहीं है।