विकास के लिए धन नहीं सोच की जरूरत :सांसद
यदि मन में विकास की सोच है है तो धन की व्यवस्था कहीं न कहीं से हो ही जाती है। हमने अपने सवा चार साल के कार्यकाल में जितना कार्य किया है उतना सांसद निधि से 50 साल में भी नहीं हुआ
बस्ती :यदि मन में विकास की सोच है है तो धन की व्यवस्था कहीं न कहीं से हो ही जाती है। हमने अपने सवा चार साल के कार्यकाल में जितना कार्य किया है उतना सांसद निधि से 50 साल में भी नहीं हुआ। केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों का चक्कर लगाकर बस्ती में विकास की योजनाएं लाया। यह बातें सोमवार को पोखरा, बनहा वा कप्तानगंज कस्बे के निकट गौरा गांव में हाईवे से अभिलाषापुरम में सांसद निधि से बनी इंटरला¨कग सड़कों के उद्घाटन के बाद एमडीए इंटर कालेज के सभागार में सांसद हरीश द्विवेदी ने कहीं। दीनदयाल ग्राम ज्योति योजना,प्रधानमंत्री आवास योजना,उज्ज्वला योजना, शहरी व ग्रामीण विकास की तमाम योजनाओं की चर्चा करते हुए कहा की जिस तरह से भारत सरकार ने साठ साल से रुके पड़े विकास कार्यों को गति दी उसी तरह बस्ती संसदीय क्षेत्र में मेरे द्वारा कार्य किया गया। कहा कि कोई भी व्यक्ति बेहिचक मुझे कोई भी सुझाव दे सकता है। उन कार्यों को संपादित करने का भरसक प्रयास होगा। किसान मोर्चा के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष आत्मा प्रसाद पाठक, प्रमोद पांडे विनीत त्रिपाठी,ग्राम प्रधान कपिलदेव चौधरी, अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष सुखराम गौड़, आलोक पांडेय आदि ने भी विचार व्यक्त किए। विद्यालय के प्रधानाचार्य हरीश चंद्र त्रिपाठी, संरक्षक एचएस पांडेय ने सांसद को स्मृति चिह्न भेंट किए। हरिओम द्विवेदी,मनोज ¨सह, मोहन गुप्ता,पूनम यादव,देवा यादव,अनुराग द्विवेदी,शिल्पी त्रिपाठी,शीला वर्मा,परवीन, राम रक्षा चौहान,शिव प्रसाद यादव, अजय वर्मा, सरिता शुक्ला, प्रेमचंद यादव,हरिश्चंद्र शुक्ल मौजूद रहे।