सुख -समृद्धि के बाजार में जमकर हुई धनवर्षा
धनतेरस पर्व पर बाजार गुलजार हो गया। ज्यों-ज्यों दिन चढ़ा बाजार पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। ढलान पर पहुंचा तो रंगत परवान चढ़ गई। अटूट आस्था और श्रद्धा का सैलाब बाजार में उमड़ पड़ा। धन, धान्य और समृद्धि के प्रतीक सामग्रियों की खरीदारी चहुंओर की गई। मान्यता है कि इस दिन नए सामान खरीदने से घर में बरकत होती है। इसीलिए लोग दिन भर खरीदारी किए।
बस्ती : धनतेरस पर्व पर बाजार गुलजार हो गया। ज्यों-ज्यों दिन चढ़ा बाजार पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। ढलान पर पहुंचा तो रंगत परवान चढ़ गई। अटूट आस्था और श्रद्धा का सैलाब बाजार में उमड़ पड़ा। धन, धान्य और समृद्धि के प्रतीक सामग्रियों की खरीदारी चहुंओर की गई। मान्यता है कि इस दिन नए सामान खरीदने से घर में बरकत होती है। इसीलिए लोग दिन भर खरीदारी किए। खेती, किसानी के यांत्रिक उपकरणों से लेकर घर-गृहस्थी के सभी जरूरी संसाधनों की बिक्री का सिलसिला थमने का नाम नहीं लिया। हर तरफ ग्राहकों की भारी भीड़ जुटी रही। आम अवाम खासकर बर्तन, आभूषण और देवी देवताओं की मूर्तियां खरीदने में जुटे रहे। आर्थिक रूप से मजबूत लोग नए दोपहिया और चार पहिया वाहनों की खरीद किए। रोजगार की दृष्टि से व्यवसायिक वाहन भी खूब बिके। आराध्य देव भगवान कुबेर को साक्षी मान लोग अपने बजट के हिसाब से नई वस्तुओं को खरीदकर घर ले गए। शाम ढलने के बाद नए सामान के साथ भगवान कुबेर की पूजा गई। धन वर्षा का आह्वान हुआ। माधुर्य और उल्लास का माहौल सुबह से ही सृजित हो चुका था। दीपावली के दीपक धनतेरस के दिन से जलने शुरू हो गए है। शहर में महिलाएं, बच्चे और पुरुष बड़ी संख्या में बाजार की ओर रुख किए। भीड़ इस कदर बढ़ी कि समूचे शहर में वाहनों से चलना मुश्किल हो गया। गांधीनगर मार्ग पर चार पहिया, आटो रिक्शा आदि के प्रवेश पर रोक लगा दिया गया था। यहां भीड़ पैदल चलकर खरीदारी कर रही थी। बर्तन, आभूषण और इलेक्ट्रानिक सामान की दुकानों पर भीड़ देर रात जुटी रही। पुरानी बस्ती क्षेत्र में भी भीड़ खरीदारी करती नजर आई।
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शहर में दिन भर लगा रहा जाम
धनतेरस पर्व भीड़ खरीदारी करने निकली तो शहर की यातायात व्यवस्था अस्त-व्यस्त हो गई। सीओ स्तर तक के अधिकारियों को खुद यातायात बहाल कराने के लिए दिन भर मशक्कत करनी पड़ी। मुख्य बाजार गांधीनगर मार्ग पर वाहनों का आवागमन बंद कर दिया गया। पूरी ट्रैफिक मालवीय मार्ग पर उतार दी गई। जिससे इस मार्ग पर वाहनों की लंबी कतार पूरे दिन रेंगती रही। रोडवेज, रौता चौराहा, कटरा, फौव्वारा तिराहा पर पुलिस बल को काफी मशक्कत करनी पड़ी। मुख्य मार्गों पर जाम के चलते मोहल्ले के गलियों के रास्ते बाइक और आटो चालक अपने गंतव्य पर पहुंचते रहे। पुरानी बस्ती में भी भीड़ की वजह से यातायात व्यवस्था चरमराई रही।
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करोड़ पार कर गई आभूषण की खरीदारी
धनतेरस के अवसर पर ज्वेलरी की खरीदारी जमकर हुई। शहर के दर्जन भर बड़े ज्वेलरी प्रतिष्ठानों पर ही खरीदारी का आंकड़ा करोड़ पार कर गया। इन दुकानों पर भारी भीड़ सुबह से शाम तक जमी रही। सर्राफा व्यवसायी गौरव भारत ने बताया कि आम पब्लिक चांदी के सिक्कों की ज्यादा खरीद कर रही है। अभी हिसाब का मिलान तो नहीं किया गया है, लेकिन रोजाना की अपेक्षा कहीं ज्यादा बिक्री हुई है। आभूषण भी खूब बिके हैं। श्याम कुमार और मनीष अग्रवाल ने कहा कि आभूषणों की अपेक्षा चांदी के नोट और सिक्के ज्यादा बिके हैं। यह आम पब्लिक की भी पहुंच में है। इसके अलावा हाथ, गले और अंगुलियों के लिए भी ज्वेलरी खरीदी जा रही है।
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हजार से ज्यादा बिक गए दोपहिया वाहन
धनतेरस पर्व पर आटोमोबाइल का बाजार भी गर्म रहा। दिन भर वाहनों की डिलेवरी होती रही है। विभिन्न कंपनियों के चार प्रतिष्ठित मोटर बाइक शो-रूम में अनुमानित एक हजार से अधिक दो पहिया वाहनों की सेल हुई है। इसमें स्कूटी और मोटरसाइकिल दोनों शामिल रहा। इसकी अनुमानित लागत पांच करोड़ आंकी गई है। इसके अलावा ट्रैक्टर, कामर्शियल वाहन और कार के बिक्री की भी धूम मची रही। 10 करोड़ से अधिक रुपये के विभिन्न कंपनियों के चार पहिया वाहन बेचे गए।
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मठ-मंदिरों में जुटी रही श्रद्धालुओं की भीड़
धनतेरस की सुबह लोग मठ-मंदिरों में पहुंचे। यहां देवी देवताओं की पूजा अर्चना की गई। भोर से लेकर सुबह दस बजे तक दर्शन पूजन का सिलसिला जारी रहा। घंट, घड़ियाल की गूंज के बीच देवी-देवताओं की पूजा हुई। लोगों ने धन धान्य की कामना की। इसके बाद ही त्योहार को मनाने का दौर शुरू हुआ। शहर के हनुमान मंदिर, रौता चौराहा देवी मंदिर, बाबा भद्रेश्वरनाथ धाम में श्रद्धालुओं की भीड़ रही।