मंडी का नफा-नुकसान राख में तब्दील
नवीन मंडी में दूसरे दिन भी ठप रहा कारोबार
बस्ती : हाइवे के किनारे स्थित नवीन मंडी में रविवार को हुई भीषण आगजनी की घटना के बाद दूसरे दिन सोमवार को भी सब्जी का थोक कारोबार नहीं हो पाया। व्यवसायी राख के मंजर में अपना नफा, नुकसान निहारते रह गए। आग बुझने के बाद कोई प्रशासनिक जिम्मेदार इन पीड़ितों के बीच नहीं पहुंचा। निराश कारोबारी मजदूर और पल्लेदारों के साथ मलबा हटाने में जुटे रहे। पल्लेदार सुक्खु प्रसाद, राजदेव, करम हुसेन, रामभजन, पुन्नवासी, रामनाथ, कुर्बानअली ने बताया कि शरीर पर जो वस्त्र थे वही बचे हैं। नकदी, कपड़े, कंबल, रजाई आदि जलकर नष्ट हो गए। कोई मदद को आगे नहीं आया।
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ट्रकों से नहीं उतरा माल
रोजाना की भांति मंडी में आलू, टमाटर, लेहसुन, प्याज आदि सब्जियों से लदे ट्रक आए जरूर लेकिन बाहर ही खड़े रह गए। मंडी में क्षत-विक्षत स्थिति में माल नहीं उतर पाया। पल्लेदारों का रोजगार गया। फुटकर व्यवसायी भी खरीद फरोख्त नहीं कर पाए। व्यापारी सतीश कुमार, सरवर अली, अब्दुल सलाम, रहीस, अब्दुल जब्बार, हाजी पीर मोहम्मद ने बताया कि भीषण आग में सबकुछ बर्बाद हो गया है। पूंजी तक नहीं रह गई है। अब स्थिति कैसे सुधरेगी ईश्वर ही मालिक है। इधर कारोबार ठप होने से सब्जियों के दाम भी बढ़ गए। मटर 80 रुपये से 120 रुपये पसेरी हो गया। आलू 90 रुपये पसेरी जा पहुंचा।
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उपनिदेशक के साथ जुटी रही टीम
मंडी में हुए जलभराव एवं मलबे को साफ कराया जा रहा है। इसमें डीडीए मंडी मृत्युंजयराम व मंडी सचिव राजित राम वर्मा ठेकेदार और मजदूरों के साथ खुद जुटे रहे।