Basti Murder Case: खूब पीटा और फिर रेत दिया गला, तड़प-तड़पकर मौत; हालत की ऐसी- मरने से पहले नाम तक न ले सका
दिवंगत ने मरने से पहले घटना में शामिल तीन लोगों की संख्या बताई मगर गला रेतने की वजह से वह उनका नाम स्पष्ट रूप से नहीं बता सका। रात में ही मुंडेरवा पुलिस ने घटना स्थल पर पहुंचकर जांच पड़ताल की। घटना स्थल से चाकूरस्सी व कुछ अन्य सामान पुलिस ने बरामद किया है। दिवंगत तीन भाइयों में सबसे बड़ा था।
जागरण संवाददाता, बस्ती। मुंडेरवा थाना क्षेत्र के रामपुर रेवटी गांव निवासी एक युवक की शुक्रवार की रात मारने पीटने के बाद गला रेतकर हत्या कर दी गई। शनिवार की सुबह पुलिस अधीक्षक गोपाल कृष्ण चौधरी ने घटना स्थल का जायजा लिया और घटना में शामिल लोगों को अविलंब गिरफ्तार करने का निर्देश दिया।
रामपुर रेवटी निवासी 35 वर्षीय हरिकांत मद्धेशिया पुत्र भाष्कर फेरी लगाकर रोजी रोटी कमाता था। शुक्रवार की रात को घर के बाहर वह तख्त पर सो रहा था। इसी बीच उसके पास किसी ने फोन कर उसके भाई के चाय की दुकान पर देर रात मिलने के लिए बुलाया।
वह घर से दुकान के लिए निकला ही था कि पहले से घात लगाए तीन लोगों ने उसे पकड़ लिया और बाइक पर बैठाकर गांव से पूरब लगभग एक किलोमीटर दूर सुनसान स्थान पर ले गए। वहां पर उन लोगों ने उसके हाथ-पैर बांध कर पहले तो उसे मारा पीटा और बाद में गला रेत दिया।
उसे मरा समझकर हमलावर भाग निकले। हरिकांत गंभीर रूप से घायल अवस्था में किसी तरह घर पहुंचा। उसे गंभीर हालत में परिवार वाले जिला चिकित्सालय ले गए, जहां उसकी मृत्यु हो गई।
दिवंगत ने मरने से पहले घटना में शामिल तीन लोगों की संख्या बताई, मगर गला रेतने की वजह से वह उनका नाम स्पष्ट रूप से नहीं बता सका। रात में ही मुंडेरवा पुलिस ने घटना स्थल पर पहुंचकर जांच पड़ताल की। घटना स्थल से चाकू,रस्सी व कुछ अन्य सामान पुलिस ने द्बरामद किया है।
दिवंगत तीन भाइयों में सबसे बड़ा था। वह अपने पीछे पत्नी गुंजा देवी, पुत्र अभय व तीन पुत्रियां काजल, आंचल व अनन्या को छोड़ गया है। स्वजन का आरोप है कि मुंडेरवा पुलिस ने घटना को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई। साथ ही पुलिस के रात्रि गस्त पर भी सवाल खड़ा किया।
किसी करीबी ने रची साजिश
स्वजन और ग्रामीणों की माने तो इस घटना में किसी करीबी की संलिप्तता हो सकती है। देर रात कोई भी इंसान किसी अपरचित के फोन पर बाहर नहीं निकलता। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि फोन करने वाला कोई करीबी हो सकता है। मोबाइल फोन की काल डिटेल खंगालने पर पुलिस के हाथ अहम सुराग लग सकते हैं।