जनपद मुख्यालय पर 24 घंटे बिजली देने का दावा हवा-हवाई
इं.आरबी कटियार अधीक्षण अभियंता ने बताया कि शहर में 24 घंटे और गांव में 18 घंटे बिजली आपूर्ति की जा रही है। यदि कहीं इतनी बिजली नहीं मिल पा रही है तो उपभोक्ता इसकी शिकायत करें संबंधित उपकेंद्र के जिम्मेदार अभियंता के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कटराआवास विकास और सिविल लाइंस इलाके में लो वोल्टेज की समस्या की जांच कराई जाएगी।
बस्ती: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों का बिजली विभाग पर कोई असर नहीं है। शहर में 24 घंटे और गांव में 18 घंटे बिजली आपूर्ति का दावा हवा-हवाई साबित हो रहा है। शहर में बमुश्किल 18 घंटे और गांव में 10-12 घंटे ही बिजली मिल पा रही है। पहले आंधी से बिजली जाने का डर सताता था, अब तो रिमझिम बारिश और हवा के झोंकों से बिजली को नजर लग जाती है। जी हां,गांव की बात छोड़िए मंडल मुख्यालय के उपभोक्ता लोकल फाल्ट व लो वोल्टेज की समस्या से पहले से ही जूझ रहे थे, अब रिमझिम बारिश में बिजली आपूर्ति बाधित हो जाती है।
ठंडी और गर्मी में बिजली खपत से ट्रांसफार्मर और सब स्टेशन हांफने लगते हैं। बारिश और हवा के झोंकों से पोल और तार टूट जाते हैं। निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के नाम पर हर साल अकेले बस्ती शहर में पांच करोड़ रुपये फूंक दिए जाते हैं। हैरत की बात यह है शहर में आधा दर्जन उपकेंद्र हैं, लेकिन एक की भी हालत नहीं सुधर सकी है। मालवीय रोड,अमहट,बड़ेवन,पालीटेक्निक और पुरानी बस्ती क्षेत्र में आपूर्ति व्यवस्था लगातार बिगड़ती जा रही है। शहरी क्षेत्र में तमाम स्थानों पर बांस और बल्ली के सहारे बिजली की आपूर्ति की जा रही है। वाल्टरगंज मार्ग शुगर मिल रोड पर हाईवोल्टेज का तार नीचे लटक रहा है। कटरा के लिटिल फ्लावर गली और आसपास के इलाकों में भी जैसे-तैसे बिजली आपूर्ति की जा रही है। चर्चा यह है कि बडी संख्या में निजी कर्मी रखे गए हैं, जो फाल्ट दूर करने से लेकर कनेक्शन काटने और जोड़ने का कार्य कर रहे हैं। इसके बदले वह मुंहमांगी रकम वसूल रहे हैं। विभाग के जिम्मेदार आंख मूंद तमाशबीन की भूमिका में हैं।
लो वोल्टेज की समस्या दूर करने में खर्च हो गए 25 लाख
अमहट पावर हाउस से शहर के सिविल लाइंस और कटरा एवं आसपास के क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति की जाती है लेकिन एसडीओ से लेकर जेई तक लो वोल्टेज और लोकल फाल्ट की समस्या से बेखबर हैं। शुक्रवार की रात में दो बजे कटरा क्षेत्र में बिजली गुल रही। आई भी तो लो वोल्टेज के चलते लोगों ने रात जागकर बिताई। यह आए दिन की समस्या बन गई है। कब बिजली आएगी और कब चली जाएगी, कुछ कहा नहीं जा सकता। एक साल पहले यहां लो वोल्टेज की समस्या के समाधान के लिए 25 लाख खर्च कर कैपिसिटर बैंक लगाया गया। एक साल में तीन बार इसकी मरम्मत कराई जा चुकी है, लेकिन लो वोल्टेज की समस्या से कटरा इलाका परेशान है। चर्चा है शिकायत करने पर संबंधित की समस्या दूर करने की जगह अगले दिन टीम भेजकर जांच के नाम पर उल्टे उपभोक्ता को ही परेशान किया जाता है।
कनेक्शन के लिए दौड़ रहे उपभोक्ता
अमहट उपकेंद्र से जुड़े उपभोक्ताओं की समस्याएं कम नहीं है। कनेक्शन लेने के लिए आधा दर्जन शहरी उपभोक्ता दौड़ लगा रहे हैं, लेकिन कोई पुरसाहाल नहीं है। कटरा के गनेश,अनुसुचित बस्ती के रामफेर और न्याय मार्ग के दीनानाथ सहित तमाम ऐसे उपभोक्ता हैं,जो एक महीने से कनेक्शन के लिए अवर अभियंता कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं।
अधीक्षण अभियंता का आदेश बेमतलब
बिजली आपूर्ति व्यवस्था को सुधारने के लिए अधीक्षण अभियंता ने सात दर्जन अवर अभियंताओं के तबादले किए थे, लेकिन हैरत की बात है एक सप्ताह बाद स्थानांतरित किए गए अवर अभियंता अपने पदों पर ही जमे हैं। स्थानांतरित किए गए अभियंताओं में आशुतोष लाहिड़ी, मो.सलमान, रवि शंकर यादव, बृजकिशोर राम, अभिषेक कुमार और सत्येंद्र प्रसाद राम तथा अभिषेक चंद्र ओझा शामिल हैं।
इं.आरबी कटियार, अधीक्षण अभियंता ने बताया कि शहर में 24 घंटे और गांव में 18 घंटे बिजली आपूर्ति की जा रही है। यदि कहीं इतनी बिजली नहीं मिल पा रही है तो उपभोक्ता इसकी शिकायत करें, संबंधित उपकेंद्र के जिम्मेदार अभियंता के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कटरा,आवास विकास और सिविल लाइंस इलाके में लो वोल्टेज की समस्या की जांच कराई जाएगी।