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खाकी ने ही खाकी को बनाया दागदार

पुलिस को मित्रवत बनाने के प्रयासों पर दारोगा ने पोती कालिख

By JagranEdited By: Published: Thu, 21 Jan 2021 11:59 PM (IST)Updated: Thu, 21 Jan 2021 11:59 PM (IST)
खाकी ने ही खाकी को बनाया दागदार
खाकी ने ही खाकी को बनाया दागदार

जागरण संवाददाता, बस्ती: गोरखपुर सराफा लूटकांड में पुरानी बस्ती थाने के एक दारोगा समेत तीन पुलिसकर्मियों की संलिप्तता ने खाकी को दागदार बना दिया है। महकमे के अफसर पूरे दिन इस मामले पर बोलने से बचते रहे। एक तो वैसे ही आमजन के बीच पुलिस की छवि ठीक नहीं है। इस खाई को पाटने के लिए पुलिस की भूमिका को मित्रवत बनाने पर जोर दिया जा रहा था। इन सब प्रयासों पर इस घटना ने कालिख पोत दिया है। पुलिस महानिरीक्षक अनिल कुमार राय ने कहा कि यह घटना पुलिस की छवि को खराब करने वाला है। इसमें जिन पुलिसकर्मियों की संलिप्तता पाई जाएगी उनके खिलाफ कानूनी और विभागीय कठोरतम कार्रवाई की जाएगी। यातायात माह में उल्लेखनीय प्रदर्शन पर पुरस्कृत हुआ था आरोपित दारोगा गोरखपुर सराफा लूटकांड के मुख्य आरोपित पुरानी बस्ती थाने के उपनिरीक्षक धर्मेंद्र यादव को गत 30 नवंबर को डीएम और एसपी की ओर से यातायात माह में सर्वाधिक वाहनों का चालान करने के मामले में सम्मानित किया गया था। उपनिरीक्षकों की ओर से किये चालान में वह जिले में दूसरे नंबर पर आया था। गुरुवार को धर्मेंद्र और उसके साथ पुरानी बस्ती थाने के दो अन्य सिपाहियों महेंद्र और संतोष के पकड़े जाने से जनता के साथ ही पुलिस कर्मी भी हैरत में है। उनको विश्वास नहीं हो रहा है कि कानून के रक्षक ऐसी घटना को अंजाम दे सकते हैं। आरोपित धर्मेंद्र के साथ काम कर चुके कई पुलिसकर्मियों ने बताया कि कभी उन्हें ऐसा नहीं लगा कि वह आपराधिक वारदातों में शामिल हो सकते हैं।

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पीएसी से पुलिस में आए थे उपनिरीक्षक धर्मेंद्र

धर्मेंद्र पहले पीएसी में थे, वह बाद में पुलिस में आए। 2018 में वह पुलिस में आए तो उनकी पोस्टिग एसआइ के रूप में बलिया जनपद में हुई। इसके बाद उनका स्थानांतरण सितंबर 2018 में बस्ती में हुआ। उन्हें जनवरी 2019 में पुरानी बस्ती थाने पर तैनात किया गया। पत्नी ने पेश की सफाई, बताया बेगुनाह धर्मेंद्र पुरानी बस्ती थाना भवन के पास करुआ बाबा तिराहा पर एक प्राइवेट मकान में रहते थे। उनकी पत्नी भी बीच-बीच में गांव से आती जाती थी। संयोग से इन दिनों वह यहीं रह रही हैं। पत्नी रिकी घटना में पति का नाम आने की सूचना से काफी हैरत में हैं। बताया कि बुधवार की रात कुछ पुलिस वाले आए थे और उनके पति को साथ लेकर चले गए। पति ने कहा कि वह थाने पर जा रहे हैं। इसके बाद वह अब तक लौट कर नहीं आए। गुरुवार को सुबह पता चला कि उनको गिरफ्तार कर लिया गया है। यह कहकर वह रोने लगी। कहा उनके पति ऐसे नहीं हैं, उन्हें फंसाया जा रहा है। घटना करने वालों पर लगे रासुका

गोरखपुर सराफा लूटकांड में शामिल पुरानी बस्ती थाने के पुलिसकर्मियों पर रासुका लगाने की मांग होने लगी है। कुंदन वर्मा जिलाध्यक्ष सर्राफा एवं स्वर्ण व्यवसायी संघ बस्ती ने घटना की निदा की है। कहा घटना में संलिप्त दरोगा व सिपाहियों तथा उसे संरक्षण देने वालों पर रासुका के तहत कार्रवाई की जाए।


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