खुद को जिदा साबित करने के लिए दर-दर भटक रही कैलाशी
अनंतिम सूची में नाम न होने से खारिज हो गया प्रधान पद का पर्चा
जागरण संवाददाता देईसांड़, बस्ती : पंचायत चुनाव में अजब-गजब के मामले सामने आ रहे हैं। अधिकारी व कर्मचारियों की मिलीभगत से जीत हासिल करने के लिए लोग तमाम प्रकार के हथकंडे अपना रहे हैं। कहीं मतदाताओं की सूची में जीवित का नाम मृतक डाल दिया जा रहा है तो कहीं नाम बदलकर दूसरा नाम दर्ज करा दिया जा रहा है। नामांकन खारिज कराने के लिए तरह-तरह के जुगाड़ लगाए जा रहे हैं।
ताजा मामला बनकटी विकास क्षेत्र के गुलौरा ग्राम पंचायत के राजस्व गांव असियापार डिवहारी का है, जहां प्रधान पद की प्रत्याशी कैलाशी देवी को सूची में मृतक के रूप में दर्ज कर दिया गया, जबकि कैलाशी देवी पत्नी बुद्धू का नाम अनंतिम सूची में मतदाता क्रमांक संख्या 238 पर अंकित है। उन्होंने 17 अप्रैल को बनकटी ब्लाक मुख्यालय पहुंचकर प्रधान पद पर पर्चा भी दाखिल किया।
कैलाशी देवी ने बताया कि 18 अप्रैल को उन्हें जानकारी मिली कि बढ़ोत्तरी वाली सूची में उनका नाम नहीं है। इस सूची में मेरा नाम मृतक के रूप में दर्ज किया गया है, जिससे पर्चा खारिज हो सकता है। उन्होंने तत्काल ब्लाक मुख्यालय पहुंचकर बनकटी के निर्वाचन अधिकारी व जिला निर्वाचन अधिकारी से मिलकर जीवित होने का शपथ पत्र दिया तथा जिलाधिकारी सहित तमाम अधिकारियों के दफ्तरों का चक्कर लगाया, लेकिन उन्हें जिदा नहीं माना जा रहा है।
निर्वाचन अधिकारी बनकटी रंजीत कुमार निराला ने बताया कि 17 अप्रैल को प्राप्त अनंतिम मतदाता सूची में नाम न होने से कैलाशी देवी का पर्चा खारिज कर दिया गया है। इस कार्रवाई से कैलाशी का पर्चा दाखिल करना बेकार हो गया।