यहां जुगाड़ के भरोसे बिजली व्यवस्था
बिजली व्यवस्था को लेकर सरकार के दावे हकीकत से कितने दूर हैं इसकी बानगी विद्युत उपकेंद्र रुधौली के ग्राम पंचायत हनुमानगंज में देखी जा सकती है। जर्जर बांस-बल्ली के सहारे लोगों के घरों तक केबिल ले जाई गई है।
बस्ती: बिजली व्यवस्था को लेकर सरकार के दावे हकीकत से कितने दूर हैं इसकी बानगी विद्युत उपकेंद्र रुधौली के ग्राम पंचायत हनुमानगंज में देखी जा सकती है। जर्जर बांस-बल्ली के सहारे लोगों के घरों तक केबिल ले जाई गई है। गांव में आए दिन बिजली के तार टूट कर गिरते रहते हैं। दशकों पुराने जर्जर तारों के सहारे बिजली की आपूर्ति की जा रही है। लकड़ी के यह पोल कभी भी गिर सकते हैं। हालत यह है कि कहीं-कहीं जमीन से पांच-छह फीट की ऊंचाई पर ही तार लटक रहे हैं। इधर से होकर गुजरने वाले लोगों को हर समय हादसे की आशंका बनी रहती है। इस बदइंतजामी के चलते बिजली रहते हुए भी लोगों को बेहतर सुविधाएं नसीब नहीं हो रही है। चार माह पूर्व इधर से गुजर रहे राहगीर के ऊपर तार टूट कर गिर गया। संयोग से उस समय बिजली नहीं थी। दो माह पूर्व एक पशु की भी करंट से मौत हो गई थी। गांव के ग्रामीण हैदर अली,पवन कुमार,अब्दुल कादिर, गणेश सोनी, राकेश विश्वकर्मा,बंधूलाल,राम लौट व मैनुलहक का कहना है कि यहां की विद्युत व्यवस्था लोगों के लिए सिर दर्द बन गई है। कभी भी निर्बाध गति से बिजली की आपूर्ति नहीं होती है। लो वोल्टेज तो आम बात है। आए दिन तार टूटकर गिरते रहते हैं। अधिकारियों से शिकायत करने पर भी ध्यान नहीं दिया जाता है।