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तीन साल में भी पूरा न हो सका पशु पालीक्लीनिक

बजट के लिए की गई माग, धन मिलते ही पूरा हो जाएगा काम: विभाग

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Sep 2018 10:48 PM (IST)Updated: Tue, 18 Sep 2018 10:48 PM (IST)
तीन साल में भी पूरा न हो सका पशु पालीक्लीनिक

बस्ती: परशुरामपुर के नरायनपुर गांव में निर्माणाधीन पशु पालीक्लीनिक की आधारशिला सपा शासन में रखी गई थी। यहां पशुओं के एक्सरे, आपरेशन सहित विभिन्न प्रकार की बीमारियों के इलाज की व्यवस्था अत्याधुनिक तकनीक से कराने की योजना है। 6.58 करोड़ की यह परियोजना मार्च 17 में ही पूरी हो जाने वाली थी जो अब तक पूरी नहीं हो सकी है। वर्ष 2015 से चल रहा निर्माण कार्य अब तक पूरा नहीं हो सका है। अभी 30 फीसद काम शेष है। परियोजना कब पूरी होगी बताने वाला कोई नहीं है। वर्तमान समय में परियोजना स्थल पर कार्य चल रहा है। अस्पताल परिसर के भीतर बनाई गई इंटरलां¨कग सड़क उद्धाटन से पहले ही धंसने लगी है। भवन का काम पूरा हो चुका है। आवासीय परिसर में खिड़की की शीशे नहीं लगे हैं। जलापूर्ति व्यवस्था का अभी इंतजाम नहीं हो सका है। बिजली कनेक्शन नहीं हुआ है। समरसेबल पंप तो लगा दिया गया है पर पंप हाउस नहीं बना है। पंप हाउस निर्माण के लिए मंगाई गई ईंट दोयम दर्ज की है। परिसर का गेट भी नहीं बना है। कुल मिला कर भवन को दुरुस्त करने में अभी समय लगेगा। पास में बन रहे एक अन्य आवासीय परिसर की बाउंड्रीवाल नहीं बनी है।

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एक माह में हस्तांतरण का दावा

मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. अश्वनी कुमार त्रिपाठी ने बताया कि भवन निर्माण का काम लगभग पूरा हो चुका है। जो काम रह गया है वह भी पूरा कराया जा रहा है। बजट के अभाव में शेष काम नहीं हो पा रहे हैं। बजट मिलते ही काम पूरा कर विभाग को हस्तांतरित करा दिया जाएगा। समय से धन मिल जाए तो एक माह के भीतर काम पूरा हो जाएगा।


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