यहां सरकारी लैब में जांची जाती है मिट्टी की सेहत
मिट्टी जांच घोटाले में कृषि विभाग में प्रदेश के नौ अधिकारियों पर कार्रवाई के बाद नहीं जागा
बस्ती : मिट्टी जांच घोटाले में कृषि विभाग में प्रदेश के नौ अधिकारियों पर कार्रवाई के बाद जिले में भी हलचल तेज हो गई। मृदा परीक्षण से जुड़े अधिकारी फाइलें दुरुस्त करने में व्यस्त हैं। हालांकि यहां के अधिकारियों को राहत इसलिए है कि यहां सरकारी लैब में मिट्टी के सेहत की जांच कराई जाती है।
बता दें कि जहां सरकारी लैब नहीं है, वहां प्राइवेट लैब में जांच के लिए निविदा के जरिए फर्म चिन्हित की जाती है। कई जनपदों में ऐसा किया गया है। जिसमें बड़े पैमाने पर खेल हुआ। इस खेल से पर्दा बुधवार को उठा और 9 अधिकारियों पर कार्रवाई की गाज गिरी। यह खबर मिलते ही विभागीय अधिकारी व कर्मचारी सजग हो गए। बस्ती जनपद में जब मृदा परीक्षण अभियान की तहकीकात हुई तो पता चला कि सरकारी लैब में मिट्टी की जांच होती है। वित्तीय वर्ष 2018-19 में मृदा नमूना लिए जाने का 37934 का लक्ष्य मिला था। कृषि विभाग ने 31352 नमूना लिए और जांच के लिए सहायक निदेशक मृदा परीक्षण प्रयोगशाला बस्ती मंडल को सौंपा। जांच के बाद अब तक प्रयोगशाला ने 30900 का रिपोर्ट कार्ड जारी कर दिया है। जिन्हें किसानों में वितरित किया जा चुका है। किसानों को जो कार्ड जारी किया जाता है उसमें तत्व की कमी और अधिकता के बारे में बताया गया है। सहायक निदेशक मृदा परीक्षण प्रयोगशाला बीएन कुशवाहा ने बताया कि यहां सरकारी लैब है, मिट्टी की जांच नियमानुसार होती है। गड़बड़ी की कोई गुंजाइश नहीं है।
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यह है नियम
मिट्टी की जांच के लिए मानक तय हैं। ढाई हेक्टेयर ग्रिड में से किसी एक खेत से मिट्टी का नमूना लिया जाता है। नमूना लेते समय वहां के किसानों को एकत्र किया जाता है। उनके नाम दर्ज किए जाते हैं। परीक्षण के बाद ग्रिड में शामिल किसानों को उनकी मिट्टी की सेहत के बारे में बताया जाता है। कार्ड सभी को जारी किया जाता है। कार्ड के अनुसार खेत में कमजोर तत्वों की आपूर्ति किसान करते हैं। विभाग के अनुसार ढाई हेक्टेयर क्षेत्र की सारी मिट्टी एक समान होती है।
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मिट्टी में 16 तत्वों की होती है जांच
उपजाऊ खेत की मिट्टी में 16 तत्वों की जांच कराई जाती है। बस्ती में क्षेत्रीय मृदा परीक्षण प्रयोगशाला, हर्रैया व भानपुर में तहसील स्तर पर जांच होती है। तहसील स्तर पर छह तत्वों की जांच होती है, जिसमें पोएस, ईसी, आर्गेनिक कार्बन डीसी, उपलब्ध नाइट्रोजन एन, फास्फोरस पी, पोटैशियम की जांच शामिल है, जबकि क्षेत्रीय प्रयोगशाला में सल्फर एस, ¨जक जेडएन, बोरोन बी, आयरन एफई, मैंगनीज एमएन, कापर सीयू की जांच होती है। जो चार तत्व बचते हैं 12 जांच में उनको कवर कर लिया जाता है।