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Lok Sabha Election: विधानसभा चुनाव में बढ़ गया था 'साइकिल' का ग्राफ, क्‍या इस बार लोकसभा में कर पाएंगे कमाल

Lok Sabha Election बस्ती लोकसभा क्षेत्र में हरैया कप्तानगंज बस्ती सदर महदेवा (एससी) व रुधौली विधानसभा क्षेत्र आते हैं। 2019 के चुनाव में भाजपा को हरैया में सर्वाधिक वोट मिले थे। बसपा प्रत्याशी को यहां लगभग 43 हजार वोट कम मिले थे। कप्तानगंज में बसपा प्रत्याशी लगभग 11 हजार वोट आगे रहे। बस्ती सदर में स्थिति भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में रही।

By Jagran News Edited By: Vivek Shukla Thu, 11 Apr 2024 12:39 PM (IST)
Lok Sabha Election: विधानसभा चुनाव में बढ़ गया था 'साइकिल' का ग्राफ, क्‍या इस बार लोकसभा में कर पाएंगे कमाल
Lok Sabha Election बस्ती लोकसभा क्षेत्र में पिछला चुनाव कांटे का था।

 उमेश पाठक, जागरण गोरखपुर। Lok Sabha Election बस्ती लोकसभा क्षेत्र में पिछला चुनाव कांटे का था। भाजपा के हरीश द्विवेदी को यहां लगभग 30 हजार से अधिक मतों से जीत मिली थी। सपा-बसपा गठबंधन में यह सीट बसपा के खाते में थी और मुख्य प्रतिद्वंद्वी के रूप में बसपा के टिकट पर रामप्रसाद चौधरी मैदान में थे।

इस सीट के अंतर्गत आने वाले विधानसभा क्षेत्रों की बात करें तो पांच में से तीन में भाजपा को जीत मिली थी जबकि दो सीटों पर बसपा प्रत्याशी आगे रहे। लेकिन तीन साल बाद हुए विधानसभा चुनाव में स्थितियां बदली नजर आईं। जिले के चार विधानसभा क्षेत्रों में ‘साइकिल’ का ग्राफ बढ़ गया।

तीन पर सपा को तो एक सीट पर उसकी सहयोगी पार्टी सुहेलदव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) को जीत मिली थी। केवल एक सीट भाजपा के खाते में आई। बस्ती लोकसभा क्षेत्र में हरैया, कप्तानगंज, बस्ती सदर, महदेवा (एससी) व रुधौली विधानसभा क्षेत्र आते हैं। 2019 के चुनाव में भाजपा को हरैया में सर्वाधिक वोट मिले थे।

बसपा प्रत्याशी को यहां लगभग 43 हजार वोट कम मिले थे। कप्तानगंज में बसपा प्रत्याशी लगभग 11 हजार वोट आगे रहे। बस्ती सदर में स्थिति भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में रही। हरीश द्विवेदी को यहां 92 हजार 162 वोट मिले थे जबकि रामप्रसाद चौधरी को करीब दो हजार वोट कम मिले थे।

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महदेवा में बसपा प्रत्याशी को लगभग सात हजार वोट अधिक मिले। रुधौली में हरीश द्विवेदी आगे रहे। उन्हें लगभग पांच हजार वोट अधिक मिले। बात विधानसभा चुनाव 2022 की करें तो भाजपा केवल हरैया में ही जीत सकी। यहां पार्टी प्रत्याशी को 88 हजार से अधिक वोट मिले।

सपा व सुभासपा गठबंधन को लगभग 18 हजार वोट कम मिले थे। कप्तानगंज में सपा प्रत्याशी 24 हजार, बस्ती सदर में दो हजार तथा रुधौली में 15 हजार वोटों से आगे रहे। महदेवा में सपा ने सुभासपा को सीट दी थी। यहां सुभासपा प्रत्याशी को भाजपा से लगभग छह हजार अधिक वोट मिले थे। इन सीटों पर बसपा को 36 से 55 हजार तक वोट मिले।

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विधानसभा चुनाव के प्रदर्शन को देखते हुए सपा यहां उत्साहित है। पिछली बार बसपा से चुनाव लड़ने वाले रामप्रसाद चौधरी पर ही भरोसा जताया है। लेकिन लोकसभा चुनाव में स्थितियां विधानसभा चुनाव की तुलना में थोड़ी अलग होंगी।

स्थानीय समीकरण भी बहुत कारगर नहीं नजर आते। उनके साथ सुभासपा का वोट बैंक भी था। बहुत कम अंतर से ही सीटों पर फैसला हो सका था। इस बार स्थिति थोड़ी बदली है और सुभासपा भाजपा के साथ है लेकिन कांग्रेस व सपा एक साथ हैं। ऐसे में इस सीट पर एक बार फिर लड़ाई रोचक होने के आसार हैं।