दादी! राजकुमार और शेर की कहानी सुनाइए
घर में नाती-पोतों के साथ समय व्यतीत कर रही बुजुर्ग महिलाएं
बस्ती: कोरोना संक्रमण, सरकार का 21 दिन के लॉकडाउन ने बुजुर्ग महिलाओं को बच्चों संग प्यार बांटने का मौका दे दिया है। लॉकडाउन के दौरान दादी, नानी बच्चों को राजकुमार और शेर की कहानियां सुना रही है। रात होते ही उनके पास बच्चों की फरमाइश आने लगती है। मौके को भांप बुजुर्ग महिलाएं भी बच्चों को प्यार बांटने, कहानी सुनाने के साथ बच्चों को घर से बाहर न जाने की सीख दे रही हैं।
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दोनों नाती-नतिनी शाम होते ही गोद में चले आते हैं। कहानी सुनाने की जिद करने लगते हैं। मना करने के बावजूद गला पकड़कर झूलने लगते हैं। उन्हें कहानी सुनाने के साथ बाहर न जाने की भी सीख देती हूं।
-सीतापति मिश्र, जागहटा।
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घर पर नातियों के साथ समय बिताना अच्छा लग रहा है। दिन में लूडो, मोबाइल आदि पर खेलते रहते हैं, लेकिन रात होते ही मेरे पास चले आते है। एक ही जिद होती कहानी सुनाओ। कहानी सुनकर बच्चे सो जाते हैं।
- शारदा देवी, सिसौनी।
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कोरोना के चलते हुए लॉकडाउन में हमें बच्चों के साथ रहने व खेलने का मौका मिला है। इनके साथ रहने से अपना बचपन याद आ जाता है। रात में तो बच्चे कहानी सुनते हुए मेरी गोद में ही सो जाते हैं।
- दुर्गावती देवी, शिवपुर।
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लॉकडाउन के चलते घर से निकलने की मनाही है। अपने नाती-पोते के साथ ही दिन गुजर रहा है। इन दिनों काफी अच्छा लगता है। पूरा घर हरा-भरा सा लग रहा है। इतने दिन कट गए आगे भी कट जाएगा।
-मुटुरा देवी, रुधौली।
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