रामजानकी मार्ग पर दौड़ रही ओवरलोड गाड़ियां
ओवरलोडिग रोकने के लिए जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने कड़े निर्देश दिए हैं।
बस्ती: ओवरलोड वाहनों को पास कराने के खेल में बस्ती के प्रभारी एआरटीओ शैलेंद्र तिवारी जेल चले गए,इसके बावजूद यह धंधा यहां बेरोकटोक चल रहा है। टोल बचाने के लिए भारी वाहन छावनी से रामजानकी मार्ग की राह पकड़ लेते हैं। बालू लदे ओवरलोड वाहन भी इस मार्ग पर फर्राटा भर रहे हैं। वाहनों के अगल बगल से गुजरने वाले राहगीर डर जाते हैं। पुलिस और परिवहन विभाग के अफसरों की निद्रा नहीं टूट रही है।
महुआपार खुर्द में बालू खनन का पट्टा है। कहने को यहां सीसीटीवी कैमरे और तौल कांटे लगाए गए हैं। ओवरलोडिग रुकने का नाम नहीं ले रही है। कुदरहा विकास क्षेत्र का यह इलाका सदर तहसील के अधीन है। महुआपार खुर्द घाट पर 10 हेक्टेयर की क्षेत्रफल में पांच वर्ष का पट्टा 230 रुपये प्रति घन मीटर में हुआ है। बालू लदी गाड़ियों की आवाजाही से कलवारी रामपुर तटबंध एक से दो फीट बैठ गया है। यही स्थिति रही तो अगले बारिश में बाढ़ आने पर एक नई समस्या खड़ी हो जाएगी। ओवरलोडिग रोकने वाले अधिकारी तमाशबीन की भूमिका में हैं।
गड्ढे में तब्दील हो गया बैड़ारी मार्ग
कलवारी रामपुर तटबंध की बात छोड़िए बैड़ारी मार्ग भी ओवरलोड वाहनों की आवाजाही के चलते गड्ढे में तब्दील हो रही है। आसपास के गांव वाले चाह कर भी कुछ नहीं बोल पाते। सियासी जंजीर में जब पुलिस प्रशासन ही जकड़ा हुआ है तो औरों के पास विरोध की ताकत कहां से आएगी।
ओवरलोडिग रोकने के लिए जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने कड़े निर्देश दिए हैं। परिवहन विभाग के अफसरों ने जब इस ओर ध्यान नहीं दिया तो एक माह पहले अपर जिलाधिकारी रमेश चंद को लगाया गया। एक ही दिन में एक दर्जन ओवरलोड वाहन कलवारी रोड पर पकड़े गए थे। इतने के बाद भी परिवहन विभाग के अधिकारी तमाशबीन की भूमिका में हैं।