अस्पताल पर कर्मचारी मिले न कंबल
बस्ती: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र विक्रमजोत में सोमवार को डिप्टी सीएमओ को न तो कर्मचारी मिले और
बस्ती: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र विक्रमजोत में सोमवार को डिप्टी सीएमओ को न तो कर्मचारी मिले और न ही पर्याप्त कंबल मिले। अस्पताल का औचक निरीक्षण करने दिन में करीब 2 बजे पहुंचे डिप्टी सीएमओ सी के वर्मा अव्यवस्था देख भड़क उठे। उनके साथ यूनीसेफ के डिवीजनल मैनेजर सुरेंद्र शुक्ला, जिला स्वास्थ्य शिक्षाधिकारी एल के पांडेय और जिला सहायक शोध अधिकारी बीएन मिश्र शामिल रहे । अचानक पहुंची जांच टीम का नाम सुनते ही अस्पताल कर्मचारियों में खलबली मच गई। टीम सीधे सीएचसी के लेबर रूम में पहुंची। दोपहर में कमरे में अंधेरा पसरा था, प्रकाश की कोई व्यवस्था नहीं थी जहां बेड पर चद्दर ,गद्दा,कंबल उपलब्ध नहीं था। नवजातों व प्रसूता महिलाओं को ठंड से बचाने के लिये हीटर भी नहीं लगा था। जिस पर डिप्टी सीएमओ ने ड्यूटी पर मौजूद डाक्टर आरएम शुक्ला से पूछा तो उन्होने बताया कि अस्पताल में मात्र तीन कंबल ही मौजूद हैं जो गंदे हैं। प्रकाश व्यवस्था पर पूछने पर बताया कि लेबर रूम की वाय¨रंग खराब है , बुलवाने पर एएनएम पहुंची जिनसे वहां की जानकारी ली और वहां की व्यवस्था देख एएनएम को भी फटकार लगाई। टीम स्टाफ रूम बंद मिला। ओपीडी का जायजा लिया जहां डा. आर एम शुक्ला मौजूद थे। सीएचसी प्रभारी डा राजेंद्र प्रसाद जायसवाल उनुपस्थित थे। ओपीडी सहित सभी वार्डों के शौचालय जांचे तो सभी गंदे पाए गए। दवा कक्ष में कोई जिम्मेदार नहीं मिला। बुलाने पर आए स्वास्थ्य सहायक आलोक ने वैक्सीन रूम खोला। डीप फ्रीजर व उसमें रखी दवाओं के बारे में पूछा। डीप फ्रीजर खोला तो किसी में थर्मामीटर नजर नहीं आया। वार्डों में बेड पर चादर व गद्दा नहीं मिला। प्रकाश की कमी हर तरफ दिखी। इमरजेंसी वार्ड में सभी उपकरण खराब मिले। झल्लाए डिप्टी सीएमओ ने प्रभारी चिकित्साधिकारी डा राजेन्द्र प्रसाद को फोन मिलाकर सीएचसी की दुर्व्यवस्था पर कड़ी फटकार लगाई।