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डीएम को नहीं मिले बसों में आपातकालीन चिकित्सा किट

जिलाधिकारी डा. राजशेखर शुक्रवार को अचानक रोडवेज डिपो पहुंचे। यहां उन्होंने डिपो परिसर और एआरएम कार्यालय की स्थिति देखी, जो बेहद खराब मिली, डीएम ने कहा कि जर्जर भवन में कैसे काम करते हैं। वैकल्पिक व्यवस्था की बात कही, तो पता चला कि कोई व्यवस्था नहीं है। सफाई व्यवस्था पर चेतावनी दी

By JagranEdited By: Published: Fri, 07 Sep 2018 11:19 PM (IST)Updated: Fri, 07 Sep 2018 11:19 PM (IST)
डीएम को नहीं मिले बसों में आपातकालीन चिकित्सा किट

बस्ती : जिलाधिकारी डा. राजशेखर शुक्रवार को अचानक रोडवेज डिपो पहुंचे। यहां उन्होंने डिपो परिसर और एआरएम कार्यालय की स्थिति देखी, जो बेहद खराब मिली, डीएम ने कहा कि जर्जर भवन में कैसे काम करते हैं। वैकल्पिक व्यवस्था की बात कही, तो पता चला कि कोई व्यवस्था नहीं है। सफाई व्यवस्था पर चेतावनी दी। डीएम ने कहा कि रोडवेज के विस्तार को तत्काल 50 लाख रुपये जो स्वीकृति होकर पाइपलाइन में पड़ा है, उसे मंगाकर व्यवस्था सुधारें। डीएम ने बसों की स्थिति देखी, बसों में आपातकालीन चिकित्सा किट गायब मिलने पर नाराजगी जताई, संबंधित को चेताया। इसके अलावा आग से बचाव के लिए कुछ बसों में रखे अग्निशमन यंत्र एक्सपायर हो गए थे तो कई बसों में थे ही नहीं। डीएम ने रोडवेज परिसर में अतिक्रमण कर बनाई गई दुकानों को तत्काल हटाने के निर्देश दिए।

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डीएम सवा 12 बजे डिपो पहुंचे तो खलबली मच गई। एक ओर से निरीक्षण करते हुए पूरे परिसर का कोना-कोना देखा। यात्री सुविधाओं की हकीकत देखी। पेयजल व्यवस्था, सफाई देखी। डीएम ने खुद आरओ का पानी पीकर देखा। बस में सवार यात्रियों से बात की। टोल फ्री नंबर देखा। एमएसटी काउंटर पर यात्रियों से बात की। सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक से आमदनी की बात की तो पता चला कि डग्गामार वाहनों के चलते काफी घाटा हो रहा। इस पर डीएम ने डग्गामार वाहनों को सूचीबद्ध करने को कहा। सामने अतिक्रमण देख डीएम ने पूछा कि यह दुकानें कैसे चल रही हैं। पता चला कि अवैध हैं, दुकान का कागज मांगा तो दुकानदार नहीं दिखा सके। ईओ नगर पालिका डा. मणि भूषण तिवारी से कहा कि तत्काल इस पर कार्रवाई करें। एसडीएम सदर श्रीप्रकाश शुक्ल को दो दिन के भीतर कार्रवाई के निर्देश दिए। सड़क पर बसें खड़ी होने पर नाराज हुए। एआरएम ने बताया कि डिपो को नए सिरे से बनाने के लिए 824 लाख की स्वीकृति के लिए प्रस्ताव निदेशालय भेजा गया है। पता चला कि 50 लाख रुपये स्वीकृत है। उस धनराशि से निष्प्रयोज्य बि¨ल्डग गिराने, पंप डिपो क्षेत्र का विस्तार किया जाएगा। डीएम ने कहा कि दो से तीन माह में यह कार्य पूरा करें। एआरएम ने डिपो में प्रति दिन 400 बसों के आवाजाही की बात कही, जिसमें डिपो की 85 बसें शामिल हैं। पार्किग और संचालन व्यवस्था सुधारने को कहा। इस दौरान सीओ सदर आलोक ¨सह, अभिनव श्रीवास्तव, हरीश चंद्र उपाध्याय, संघ अध्यक्ष कन्हैया ¨सह व मंत्री इंद्रजीत त्रिपाठी, सत्यदेव मिश्र, अनिल पाल मौजूद रहे।


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