ढाबों पर खड़ा हो रहीं रोडवेज बसें
विक्रमजोत विकास खंड में राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे दर्जनों रेस्टोरेंट व ढाबों पर बिना स्टापेज के सरकारी बसें रुक रही हैं। बस चालक यहां घंटों तक बस खड़ा रखते हैं। जहां पर न तो यात्रियों की कोई सुरक्षा है और न ही बैठने की सुविधा।
बस्ती: विक्रमजोत विकास खंड में राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे दर्जनों रेस्टोरेंट व ढाबों पर बिना स्टापेज के सरकारी बसें रुक रही हैं। बस चालक यहां घंटों तक बस खड़ा रखते हैं। जहां पर न तो यात्रियों की कोई सुरक्षा है और न ही बैठने की सुविधा। जिससे यात्रियों को हलकान होना पड़ रहा है । बस चालकों कि मनमानी के आगे विभागीय निर्देश बौना साबित हो रहा है। यात्रियों कि सुरक्षा और सुविधा के लिए उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने लखनऊ और गोरखपुर के बीच रुकने के लिए ढाबे अनुबंधित किए हैं। उन्हें यात्री प्लाजा के तौर पर विकसित किया गया है। विभाग का निर्देश है कि सरकारी व अनुबंधित बसें केवल तय जगहों पर ही रुकेंगी जहां पर यात्रियों की सुविधा के लिए शौचालय व बैठने की समुचित व्यवस्था है। यात्री यहां जलपान भी कर सकेंगे। अनुबंधित यात्री प्लाजा संचालक मात्र 25 रुपया देकर बस परिचालक से टोकन प्राप्त करेगा। मगर विभागीय व्यवस्था कि धज्जियां उड़ाते हुए बस चालक मनमानी से¨टग करके गैर अनुबंधित ढाबों पर बस रोक देते हैं। रोडवेज और लग्जरी बसों के चालक को मुफ्त में नाश्ता व भोजन करते हैं यात्री मुंहमांगी रकम देने को विवश होते हैं। परिवहन विभाग से अनुबंधित एक यात्री प्लाजा के संचालक बलराम ¨सह का कहना है कि विभाग द्वारा पंजीकृत उनका यात्री प्लाजा मानक के अनुरूप है लेकिन उनके यहां रोडवेज बसों के चालक व परिचालक वाहन नहीं खड़ा करते। इस संबंध में उच्चाधिकारियों से शिकायत भी की गई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।