पायका योजना की राह पर 'खेलो इंडिया अभियान'
अभियान के तहत जिले के हर ब्लाक में बनना था मिनी स्टेडियम दुबौलिया को छोड़ किसी ब्लाक में नहीं हो सका योजना पर अमल
जागरण संवाददाता, बस्ती :
यहां खेलो इंडिया अभियान भी पायका योजना की राह पर चल पड़ा है। ग्रामीण क्षेत्रों में खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए इस अभियान के तहत सभी विकास खंडों में मिनी स्टेडियम बनाए जाने थे। लेकिन सिर्फ दुबौलिया विकास खंड के सूदीपुर में ही इसका निर्माण हो सका है। बाकी 13 ब्लाकों में से छह में योजना तो बनी मगर अब तक वित्तीय स्वीकृति नहीं मिल सकी है।
तीन साल पहले केंद्र सरकार ने खेलो इंडिया अभियान के तहत जिले के सभी ब्लाकों में तीन एकड़ भूमि में मिनी स्टेडियम का निर्माण कराकर ग्रामीण प्रतिभाओं को निखारने का निर्णय लिया था।
इसके पहले पायका योजना के तहत जिले के सभी ग्राम पंचायतों में खेल मैदान तैयार करने की योजना शुरू की गई थी। इसके तहत 50 हजार रुपये की खेल सामग्री ग्राम पंचायतों को उपलब्ध कराई गई थी। प्रशिक्षक के तौर क्रीड़ाश्री ग्राम पंचायतों में तैनात किए गए थे। महज पांच सौ रुपये मानदेय मिलने के कारण क्रीड़ाश्री काम न कर सके, नतीजतन योजना फेल हो गई। इन स्थानों पर निर्माण के लिए भेजा गया प्रस्ताव
गौर के कोठवा भरतपुर ग्राम पंचायत के रमवापुर राजस्व गांव, कप्तानगंज के तिलकपुर ग्राम पंचायत के राजस्व गांव जगेसर, बनकटी के बखरिया, रुधौली के बेलहना ग्राम पंचायत के राजस्व गांव मदरहना, रामनगर विकास खंड के ग्राम पंचायत जोगिया में मिनी स्टेडियम का निर्माण कराया जाना है। इन स्थानों पर निर्माण के लिए दो साल पहले प्रस्ताव गया है। पिछले साल सदर विकास खंड के कोईलपुरा ग्राम पंचायत में भी स्टेडियम बनाने का प्रस्ताव दिया गया है। इनमें कबड्डी, रेसलिग, वेट लिफ्टिग समेत अन्य खेलों के मैदान बनाए जाएंगे। बखरिया और कोईलपुरा को छोड़ अन्य प्रस्तावित स्थानों पर भारत सरकार की टीम ने पिछले साल स्थलीय निरीक्षण किया था, मगर अब तक इन स्थानों पर मिनी स्टेडियम के प्रस्तावों को वित्तीय स्वीकृति नहीं मिल सकी है।
इंद्रजीत मौर्य, जिला युवा कल्याण अधिकारी, बस्ती।