पुल तैयार, एप्रोच का इंतजार
अमहट पुल परियोजना डेढ़ साल बाद भी पूरी नहीं हो सकी। काफी जद्दोजहद के बाद मुख्यालय के कुआनो नदी पर यह पुल बनकर तैयार भी हुआ तो अब एप्रोच के अभाव में राह बंद है।
बस्ती : अमहट पुल परियोजना डेढ़ साल बाद भी पूरी नहीं हो सकी। काफी जद्दोजहद के बाद मुख्यालय के कुआनो नदी पर यह पुल बनकर तैयार भी हुआ तो अब एप्रोच के अभाव में राह बंद है। पुल से शहर की ओर सरकारी जमीन होने के नाते मिट्टी पटाई का कार्य शुरू हो गया हैं, लेकिन दूसरी तरफ फुटहिया की ओर कास्तकारों की जमीन अड़ंगा बन गई हैं। ब्रितानिया हुकूमत का अमहट पुल 2017 में धराशाई हो गया था। पुर्ननिर्माण की लगातार आवाज उठने के बाद वर्ष 2018 में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अमहट पुल निर्माण की घोषणा की थी। कुल 12.52 करोड़ की परियोजना स्वीकृति हुई। सात करोड़ 30 लाख 15 हजार रुपये से पुल निर्माण का कार्य पूरा हुआ, कितु 5.22 करोड़ से बनने वाला एप्रोच अधूरा है, जिससे आवागमन बाधित है। पुल के दोनों तरफ पांच सौ मीटर एप्रोच मार्ग का निर्माण होना है। शहर की तरफ डेढ़ सौ मीटर एप्रोच का कार्य शुरू है। यहां मिट्टी पटाई का कार्य सड़क के लेबल के करीब पहुंच गया है। दूसरी तरफ बनने वाला 350 मीटर एप्रोच मुआवजा के पेंच में फंस गया है। किसानों के दबाव में कुछ कदम चल कर विभाग हांफ गया। कास्तकार मुआवजे की मांग पर अड़े हुए हैं। यदि इसी तरह सुस्ती बनी रही तो इस साल भी पुल चालू नहीं हो पाएगा। सहायक अभियंता सेतु निगम राकेश कुमार ने कहा कि अमहट पुल के एप्रोच का कार्य जल्द पूरा हो जाएगा। मुआवजा की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। शीघ्र दूसरी तरफ एप्रोच का निर्माण शुरू होगा।