58 दिन बाद भी खाली हाथ
बस्ती: संत कुटीर आश्रम में यौन शोषण के मामले में पुलिस 58 दिन बाद भी बस्ती पुलिस खाली हाथ है।
बस्ती: संत कुटीर आश्रम में यौन शोषण के मामले में पुलिस 58 दिन बाद भी बस्ती पुलिस खाली हाथ है। उसके हाथ अब तक न तो मुख्य आरोपी बाबा सच्चिदानंद उर्फ दयानंद लगे और न ही उनका कोई सहयोगी। हालांकि पुलिस ने आरोपियों की संपत्ति की कुर्की के संबंध में कोर्ट से आदेश मांगा है। इतना ही नहीं डीआइजी राकेशचंद्र साहू ने एसपी को यौनशोषण के आरोपियों की अविलंब गिरफ्तारी का निर्देश दिया।
हाइवे पर शहर से सटे अमहट के नए पुल के पास स्थित संतकुटीर आश्रम में रहने वाली दो युवतियों ने 19 दिसंबर को पुलिस के सामने आश्रम के संचालक बाबा सच्चिदानंद उर्फ दयानंद और उनके सहयोगी परमचेतनानंद, विश्वासानंद, ज्ञान बैराग्यानंद पर यौनशोषण और दो महिला संवासिनी पर सहयोग का आरोप लगाकर सनसनी फैल दी थी। मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मुकदमा दर्ज करने के बाद दोनों का मेडिकल परीक्षण कराने के बाद उनका कोर्ट में बयान भी कराया, मगर इसके बाद आरोपियों की गिरफ्तारी में उतनी तेजी न दिखा सकी। इसी बीच 26 दिसंबर को एक और पीड़िता सामने आई। उसने कोतवाली में तहरीर देकर बाबा सच्चिदानंद उर्फ दयानंद और उनकी चार महिला सहयोगियों के विरुद्ध यौनशोषण का एक और मुकदमा दर्ज करा दिया। बाबा और उनके सहयोगियों पर यौनशोषण के दो मुकदमे दर्ज होने के बाद भी पुलिस केवल हवा में तीर चलाती रही। वह किसी भी आरोपी तक नहीं पहुंच पाई। इसी बीच नवादा बिहार में संचालित संतकुटीर आश्रम में भी यौनशोषण का मामला सामने आ गया। मामले में नामजद पांच आरोपियों में से चार बस्ती जिले के लालगंज थानांतर्गत सेल्हरा गांव के बताए गए हैं। आरोपियों में से कुछ ऐसे हैं जो बस्ती में बाबा और उनके सहयोगियों पर मुकदमा दर्ज कराने में सहयोग कर रहे थे। ऐसे में माना जा रहा है कि यौनशोषण के आरोपियों के प्रभाव में कुछ लोगों को जानबूझकर फंसाया जा रहा है। इसी बीच बस्ती संतकुटीर आश्रम की पीड़िताओं ने डीआइजी से मुलाकात कर यौनशोषण के आरोपी बाबा और उनके सहयोगियों के गिरफ्तारी की मांग की। कहा कि पुलिस गिरफ्तारी की बजाए उनके परिवार वालों को प्रताड़ित कर रही है। मामले में कार्रवाई न कर उल्टे उनके परिवार वालों को फंसाने की कोशिश की जा रही है।
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पीड़िताएं आई थी, उन्होने यौनशोषण के आरोपियों के गिरफ्तारी की मांग की। उनमें से एक ने अपने पिता को झूठे मामले में फंसाए जाने का आरोप लगाया। उन्हें आश्वस्त किया गया कि बिहार पुलिस को जानकारी दे दी जाएगी, परेशान न हो। वहीं एसपी को अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए निर्देश दिया गया।
राकेशचंद्र साहू,डीआइजी, बस्ती परिक्षेत्र।