पंचायत की एक भी बैठक नहीं हुई और जर्जर हो गया भवन
अनुपयोग हुआ अमरौली शुमाली में बना मिनी सचिवालय
बस्ती: गांवों के विकास के लिए एक ही छत के नीचे बैठकर योजनाएं बनाने के लिए मिनी सचिवालय का निर्माण कराया गया है। निर्माण कार्यों में गुणवत्ता की कमी व जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते एक दशक के अंदर ही सचिवालय जर्जर हो गए।
सल्टौआ गोपालपुर विकास खण्ड के अमरौली शुमाली ग्राम पंचायत के चिरैयाडाँड़ गांव में वर्ष 2009-10 में 15 लाख रुपये की लागत से यूपीपीसीएल कार्यदायी संस्था द्वारा इसका निर्माण कराया गया था। साल के भतीर ही भवन जर्जर हो गया। विधायक संजय प्रताप जायसवाल द्वारा इस मुद्दे को विधानसभा में उठाया गया। इसके बाद ठेकेदार द्वारा भवन की दोबारा मरम्मत कराई गई। 10 साल बीत जाने के बाद भी भवन में ग्राम पंचायत की एक भी बैठक का आयोजन नहीं किया गया। अमरौली शुमाली सहित क्षेत्र के अन्य गांवों का एलएनटी संस्था द्वारा विद्युतीकरण किया जा रहा था। लगभग डेढ़ साल तक भवन उनके कर्मचारियों के कब्जे में रहा। कमरों व शौचालय के दरवाजे टूट गए हैं। खिड़कियों का कुछ भी पता नहीं रह गया है। शौचालय का निर्माण पूरा नहीं कराया गया। फर्श पूरी तरह से टूट गई है। परिसर में कूड़े का ढेर लगा हुआ है।