पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक व सपा जिलाध्यक्ष समेत 200 पर मुकदमा
मामले की विवेचना गांधीनगर चौकी प्रभारी जितेंद्र शाही को सौंपी गई है। सिविल लाइंस चौकी इंचार्ज इंद्रभूषण सिंह ने कोतवाली पुलिस को दी गई तहरीर में कहा है कि भारत सरकार द्वारा बनाए गए नए कृषि बिल के विरोध में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में बिना प्रशासन की अनुमति के शास्त्री चौक पर धरना-प्रदर्शन किया।
बस्ती: केंद्र सरकार के नए कृषि बिल के विरोध में सोमवार को बड़ी संख्या में कोतवाली क्षेत्र के शास्त्री चौक पर सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं की ओर से धरना-प्रदर्शन करना महंगा पड़ा। कोतवाली पुलिस ने पूर्व मंत्री राम प्रसाद चौधरी, पूर्व विधायक जितेंद्र प्रसाद उर्फ नंदू चौधरी, पूर्व विधायक राजेंद्र प्रसाद चौधरी और सपा जिलाध्यक्ष महेंद्र नाथ यादव समेत 200 लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है।
मामले की विवेचना गांधीनगर चौकी प्रभारी जितेंद्र शाही को सौंपी गई है।
सिविल लाइंस चौकी इंचार्ज इंद्रभूषण सिंह ने कोतवाली पुलिस को दी गई तहरीर में कहा है कि भारत सरकार द्वारा बनाए गए नए कृषि बिल के विरोध में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में बिना प्रशासन की अनुमति के शास्त्री चौक पर धरना-प्रदर्शन किया। उनसे वार्ता कर समझाने का प्रयास किया गया। बताया गया कि जनपद में जिलाधिकारी के आदेश से निषेधाज्ञा लागू है, पांच या उससे अधिक व्यक्ति बिना अनुमति के एकत्र नहीं हो सकते। इसके बाद भी सपा कार्यकर्ता नहीं माने। उनके द्वारा कोविड- 19 का भी उलंघन किया गया। तहरीर के आधार पर कोतवाली पुलिस ने सभी के विरुद्ध आइपीसी व आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा में मुकदमा दर्ज किया है। कोतवाल रामपाल यादव ने बताया कि पूर्व मंत्री रामप्रसाद चौधरी, सपा जिलाध्यक्ष महेन्द्र नाथ यादव, पूर्व विधायक जितेन्द्र उर्फ नन्दू चौधरी, राजेन्द्र प्रसाद चौधरी, पूर्व जिलाध्यक्ष राज कपूर यादव, रजनीश यादव, बृजेश मिश्र, राम प्रकाश चौधरी, चन्द्र भूषण मिश्र, सुमन सिंह के साथ ही समाजवादी पार्टी के 190 कार्यकर्ताओं नाम पता अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है।