सुरेश रैना के फूफा की हत्या कर डकैती डालने वाले छैमार गैंग का स्टाइल जानकर रह जाएंगे दंग, महिलाएं निभाती हैं अहम भूमिका
Suresh Raina Uncle Murder Case क्रिकेटर सुरेश रैना के फूफा अशोक कुमार का कत्ल कर डकैती डालने वाले गैंग में शामिल छैमार बाबू उर्फ छज्जू को बरेली एसटीएफ ने गिरफ्तार कर जब उससे पूछताछ की तो उसने गैंग के वारदात करने का अंदाज बताया।
बरेली, जेएनएन। Suresh Raina Uncle Murder Case : पंजाब के पठानकोट के शाहपुर कांडी निवासी क्रिकेटर सुरेश रैना के फूफा अशोक कुमार का कत्ल कर डकैती डालने वाले गैंग में शामिल छैमार बाबू उर्फ छज्जू को बरेली एसटीएफ ने गिरफ्तार कर जब उससे पूछताछ की तो उसने गैंग के वारदात करने का अंदाज बताया। छैमार गैंग के सदस्य छज्जू के अनुसार इस गैंग में महिलाएं अहम भूमिका निभाती है।अशोक कुमार के यहां वारदात में भी महिलाओं की विशेष भूमिका रही। दरअसल इस गैंग की महिलाएं ही रेकी करती है।जो घर में घुसने में माहिर होती है।
गैंग की महिलाएं ऐसे करती है रेकी
गिरफ्तार आरोपित छज्जू छैमार उर्फ बाबू मियां ने पूछताछ में कई राज खोले। उसने बताया कि वह छैमार गिरोह का सदस्य है।गिरोह की एक टोली में 14 बदमाश होते हैं। 14 बदमाश मिलकर डकैती की वारदात को अंजाम देते हैं।इसके लिए गिरेाह के सभी बदमाश घटना को अंंजाम देने वाले क्षेत्र में काम करते है।वह उस क्षेत्र में रहकर घर-घर चादर व फूल बेचने का काम शुरू कर देते।आटो से घूमकर पूरे क्षेत्र के बारे में जानकारी जुटा लेते है।जिसके बाद गिरोह में महिलाएं घर के अंदर तक चली जाती है। वहीं से पूरे घर की रेकी कर लेती है।यहां भी वारदात के दौरान गैंग की महिलाएं दिन में अशोक कुमार के घर में घुसी और रात में डकैती की वारदात को अंजाम दिया गया।
ऐसे दिया था वारदात को अंजाम
जिसके बाद घर में घुसे बदमाशों डकैती की वारदात को अंजाम दिया था।चूंकि क्रिकेटर सुरेश रैना के फूफा पठानकोट पंजाब में रहकर ठेकेदारी करते थे उन्होंने अपना मकान आबादी से थोड़ी दूर ग्राम थरियाल में बनाया था।मकान गांव से बाहर होने के कारण डकैतों ने मकान की रेकी भी आसानी से कर ली थी।जिसके बाद डकैत घर में रखे जेवर व रुपये लूटकर भाग गए थे।
हैदराबाद में बनाया था ठिकाना, बेटों के साथ रह रहा था छैमार
छज्जू छैमार की सात बेटियां व चार बेटे हैं। दो बेटें बंटी और कौशर हैदराबाद के अलखनामा में रहकर चादर व फूल बेचने का काम करते हैं।शाहपुर काडी में रैना के फूफा के घर वारदात को अंजाम देने के बाद वह हैदराबाद भाग गया। अलखनामा में बेटे बंटी और कौशर के साथ रहने लगा। एसटीएफ व पंजाब पुलिस को शंका है कि वहां भी आरोपित ने ऐसी घटनाओं को अंजाम दिया है।बाप के साथ दोनों बेटे भी चादर व फूल बेचने का काम करते हैं। लिहाजा, इस बात की भी आशंका जताई जा रही है कि कही बाप की तर्ज पर बेटे भी तो छैमार गिरोह में शामिल नहीं है।इसकी भी जांच शुरू कर दी गई है।
अब तक 11 हो चुके हैं गिरफ्तार, तीन फरार, गिरोह में महिलाएं भी
वारदात में 14 बदमाश शामिल थे जिसमें से अब तक 11 को गिरफ्तार किया जा चुका है। तीन अब भी वांछित हैं। गिराेह में महिलाएं भी शामिल हैं। गिरफ्तार बदमाशों में सावन उर्फ मैचिग निवासी शीशगंज सरईया बिदुना औरैया, शाहरुख खान उर्फ लुकमान, जबराना व मोहब्बत निवासी प्लाना झूनझूनु राजस्थान, रिहान उर्फ सोनू निवासी जुगीया सूरजगढ़ राजस्थान, अससम उर्फ नोशे निवासी सुल्तान भिंड बम्बिया मंडी भगतावली अमृतसर, तवजल निवासी धलापड़ा गंगोह सराहनपुर, चाहत निवासी मखरपुर बिल्लोल कानपुर, काजम उर्फ रिंडा निवासी धलापड़ा गंगोह सहारनपुर, साजन उर्फ आमिर निवासी आलमपुर गंगोह सहारनपुर का नाम शामिल है। 11वां गेिरफ्तार बदमाश छज्जू छैमार है। तीन बदमाश गोलू उर्फ काजम निवासी धलापड़ा गंगोह सहारनपुर, रशीद निवासी प्लानी झुनझुनु राजस्थान व वाफिला निवासी सुल्तान भिंड मंडी भगवतावली अमृतसर फरार हैं।
यूपी के कई जिलों में बना रखा है डेरा, बोलते हैं पंजाबी व उर्दू
छैमार गिरोह के बदमाशों ने यूपी के कई जिलाें में अपना ठिकाना बना रखा है। तफ्तीश में सामने आया है कि छैमार गिरोह के बदमाशों ने मुरादाबाद के भोजपुर, औरेया के बिधूना, सहारनपुर के गंगोह में अपना डेरा बना रखा है। गिरोह के सभी बदमाश पंजाबी व उर्दू बोलते हैं और पंजाब व आस-पास के जनपदों में घटनाओं को अंजाम देते है। पंजाबी व उर्दू बोलने के पीछे का मकसद सामने वाले को क्षेत्रीयता का बोध कराना है। गिरोह के बदमाश जहां भी डकैती डालते हैं, उस घर के लोगों को लाठी-डंडों से पीट-पीटकर घायल कर देते हैं।