ब्लैक लिस्टेड कंपनी को फिर से दे दिया गया पीलीभीत का काम, पुराना मामला हाईकोर्ट में है विचाराधीन
Work of Pilibhit given to Blacklisted Company हैंडलिंग एवं परिवहन ठेकेदार द्वारा कार्य में अनियमितता मिलने पर एक फर्म का टेंडर उत्तर प्रदेश राज्य भंडार गृह (यूपीएसएफसी) पीलीभीत ने काम से हटा दिया गया। जिसके बाद मामला न्यायालय में सुनवाई के लिए पहुंच गया।
बरेली, जेएनएन। Work of Pilibhit given to Blacklisted Company : हैंडलिंग एवं परिवहन ठेकेदार द्वारा कार्य में अनियमितता मिलने पर एक फर्म का टेंडर उत्तर प्रदेश राज्य भंडार गृह (यूपीएसएफसी) पीलीभीत ने काम से हटा दिया गया। जिसके बाद मामला न्यायालय में सुनवाई के लिए पहुंच गया। वहीं बीते कुछ माह पूर्व सिंगल स्टेज डिलीवरी में हटाई गई फर्म को ही बदायूं का टेंडर दिया गया। बीते दिनों उक्त फर्म का यूपीएसएफसी द्वारा अयोग्य किया हुआ पत्र इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ। जिसके बाद से खाद्य विपणन कार्यालय में खलबली मची हुई है।
दो सितंबर को संभागीय खाद्य नियंत्रक कार्यालय से कोटेदारों को सिंगल स्टेज डिलीवरी के माध्यम से खाद्यान्न पहुंचाने को टेंडर हुए थे। व्यवस्था शुरू होने से पहले ही मामले में तमाम अनियमितताओं की बात सामने आने लगी है। पिछले वर्ष मैसर्स आरके रोड लाइंस (हैंडलिंग एवं परिवहन ठेकेदार) पीलीभीत का टेंडर यूपीएसएफसी ने अनियमितता व कार्य में लापरवाही मिलने पर निरस्त कर दिया था। फर्म के ठेकेदार बदायूं इंद्रा चौक निवासी भारत गुप्ता का कहना है कि उनका मामला न्यायालय में विचाराधीन है।
इसके चलते उन्होंने सिंगल स्टेज व्यवस्था में आवेदन किया और उन्हें बदायूं में कई गोदाम से खाद्यान्न उठाने का टेंडर हुआ है। जबकि अधिकारियों का कहना है कि टेंडर जारी होने से पहले अभिलेखों की जांच कराई गई थी। इसके बावजूद कई ठेकेदारों की अनियमितता की शिकायत मिली है। जिसकी जांच कराई जाएगी। आरएमओ राममूर्ति वर्मा ने बताया कि मेसर्स आरके रोड लाइंस को पीलीभीत से यूपीएसएफसी ने कार्य करने से रोक लगाने का लेटर इंटरनेट मीडिया के माध्यम से उन्हें भी मिला है। पत्र के साथ ही मामले की जांच कराई जाएगी। किसी भी प्रकार की लापरवाही व जानकारी छुपाने पर ठेका निरस्त किया जाएगा।