महिला बंदी, बाल अपचारी बनेंगे हेयर स्टाइलिस्ट और इलेक्ट्रीशियन
महिला बंदियों और बाल अपचारियों को समाज की मुख्य धारा में आने के लिए सरकार का सहयोग मिलेगा।
जागरण संवाददाता, बरेली : नारी शरणालय, संप्रेक्षण गृह, स्वाधार गृह आदि की महिला बंदियों और बाल अपचारियों को समाज की मुख्य धारा में आने के लिए सरकार का सहयोग मिलेगा। राष्ट्रीय कौशल विकास योजना के तहत यहां निरुद्ध लोगों को सुदक्ष युवा, सुरक्षित भविष्य..की थीम पर प्रशिक्षण दे आत्मनिर्भर बनाया जाएगा। इसके लिए आपकी सखी आशा केंद्र पर निरुद्ध महिला बंदियों और बाल अपचारियों को हेयर स्टाइलिस्ट का कोर्स और इलेक्ट्रीशियन की ट्रेनिंग दी जाएगी। आपकी सखी आशा केंद्र में ट्रेनिंग सेंटर बनाकर सेटअप तैयार किया जा चुका है। जल्द प्रशिक्षण का काम शुरू होगा। प्रशिक्षण के बाद महिला बंदी और बाल अपचारी स्व रोजगार हासिल कर सकेंगे। - 30 का होगा बैच, तीन महीने की ट्रेनिंग
रोजगार के बाबत शासन की ओर से अभी तक यह आदेश नहीं आया है कि किस उम्र वर्ग को ट्रेनिंग दी जाएगी। हालांकि यह तय है कि प्रशिक्षण तीन महीने का होगा। दो से तीन बैच लगेंगे और हर बैच में 30 लोगों को ट्रेनिंग दी जाएगी। अत्याधुनिक ट्रेनिंग सेटअप पर लाखों रुपये हुए खर्च
उप्र कौशल विकास योजना और स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत होने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत आधुनिक सेटअप लगाया गया है। इसमें प्रोजेक्टर के जरिये भी ट्रेनिंग देने पर विचार चल रहा है। वहीं, विभाग वर्तमान में निरुद्ध लोगों के अलावा छूट चुके बाल अपचारियों से भी संपर्क करने में जुटी है। ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग योजना का लाभ ले सकें। वर्जन
राष्ट्रीय कौशल विकास योजना के तहत इच्छुक महिला बंदी और बाल अपचारियों को हेयर स्टाइलिस्ट और इलेक्ट्रीशियन की ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके लिए आवेदन मांगे गए हैं।
- नीता अहिरवार, जिला प्रोबेशन अधिकारी