बरेली सीडीओ की इस पहल से बच्चे खुद स्कूल जाने को दिखेंगे इच्छुक
ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को स्कूल तक लाने के लिए खेल-खेल में पढ़ाई का एक और फार्मूला जिले के अधिकारी लाए हैं। जिले के सभी विकास खंडों की पांच-पांच ग्राम पंचायतों के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूल में मनरेगा पार्क तैयार किया गया है।
बरेली, जेएनएन। ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को स्कूल तक लाने के लिए खेल-खेल में पढ़ाई का एक और फार्मूला जिले के अधिकारी लाए हैं। जिले के सभी विकास खंडों की पांच-पांच ग्राम पंचायतों के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूल में मनरेगा पार्क तैयार किया गया है। इसमें बच्चों के शारीरिक विकास को ध्यान में रखते हुए झूले, बॉलीवाल कोर्ट, ओपन जिम आदि बनाई गई है। प्रयास है कि बच्चे खेल से जुड़ें, जिससे उन्हें ड्राप आउट होने से रोका जा सके।
ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों की शिक्षा का जरिया वहां के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूल ही होते हैं। बच्चों को शिक्षित करने के लिए सरकार की ओर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसके बाद भी देखने में आ रहा है बच्चे स्कूल जाने से कतराते हैं। शिक्षकों के लाख के प्रयास के बाद भी उन्हें मध्याह्न भोजन के समय तक रोकना मुश्किल होता है। कई बच्चे एक या दो साल पढ़ने के बाद विद्यालय आना नहीं चाहते। ऐसे में शिक्षकों के लिए उन्हें स्कूल तक लाना चुनौती बन जाता है। ऐसी स्थिति को देखते हुए मुख्य विकास अधिकारी चंद्र मोहन गर्ग ने बच्चों को खेल के जरिए स्कूल से जोड़ने की पहल शुरू की है। इसके लिए उन्होंने स्कूल में खाली पड़ी भूमि को विकसित कर पार्क का रूप दिया। मनरेगा के तहत जिले के सभी 15 विकास खंडों के पांच पांच गांवों में मनरेगा पार्क तैयार किए गए हैं। यहां बच्चों के खेलने और उनके शारीरिक विकास के लिए कई संसाधन भी मुहैया कराए गए हैं।
ऐसा होगा मनरेगा पार्क
पायलट प्रोजेक्ट के तहत फिलहाल जिले में अभी 75 मनरेगा पार्क बनाए गए हैं। इन पार्कों में बच्चों के लिए ऐसे झूले लगाए गए हैं, जिन्हें इस्तेमाल कर उनका शारीरिक विकास हो सके। इसमें लटकने के लिए पोल, स्वींग झूला, टहलने दोड़ने के लिए ट्रेक भी बनाया गया है। जिस विद्यालय में अधिक भूमि है वहां बॉलीवाल व बैडमिंटन कोर्ट भी बनाया गया है। गुरुवार को जिलाधिकारी नितीश कुमार इन 75 मनरेगा पार्कों का लोकार्पण करेंगे।
आउटडोर स्टडी व योगा की भी व्यवस्था
इन 75 विद्यालयों में तैयार किए गए पार्क में आउटडोर स्टडी के लिए बच्चों के बैठने की भी व्यवस्था की गई है। वहीं योगा के लिए बच्चों के लिए मैदान में गार्डनिंग की गई है। जमीन पर अच्छी प्रजाति की घास लगाई है।
क्या कहना है सीडीओ का
सीडीओ चंद्रमोहन गर्ग का कहना है कि बच्चों को स्कूल में रोकने के लिए मनरेगा पार्क की पहल की गई है। फिलहाल यह 75 ग्राम पंचायतों में तैयार किए गए हैं। इससे बच्चों को खेल खेल में पढ़ाई में मदद मिलेगी। उनकी मानसिक व शारीरिक स्थिति में भी सुधार होगा।