Arun Jaitley : जब संतोष को पहला चुनाव लड़ाने 1984 में शहर में रखा था कदम Bareilly News
वित्तमंत्री ने स्वयं कार्यकर्ताओं के साथ क्षेत्रों में घूमकर पोस्टर आदि लगवाए। वॉल पेंटिंग का काम भी देखा। इससे पहले वह शैक्षिक सत्र 1974-75 के छात्रसंघ चुनाव में पहली बार शहर आए।
बरेली, जेएनएन : देश के पूर्व वित्तमंत्री और भाजपा नेता अरुण जेटली का बरेली से भी गहरा संबंध रहा है। छात्र राजनीति के समय से ही उनका बरेली आना रहा। केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संतोष गंगवार को पहला चुनाव लड़वाने के लिए वह एक सप्ताह शहर में रुके थे। अंतिम बार उनका शहर आगमन वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में हुआ।
वर्ष 1984 में संतोष गंगवार ने पहली बार बरेली लोकसभा से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा। उस समय कांग्रेस से उम्मीदवार आबिदा बेगम थी। केंद्रीय श्रम मंत्री संतोष गंगवार ने बताया कि उनका चुनाव लड़वाने के लिए अरुण जेटली स्वयं शहर आए थे। चुनाव प्रचार की बागडोर स्वयं संभाली।
भाजपाइयों ने बताया कि वित्तमंत्री ने स्वयं कार्यकर्ताओं के साथ क्षेत्रों में घूमकर पोस्टर आदि लगवाए। वॉल पेंटिंग का काम भी देखा। इससे पहले वह शैक्षिक सत्र 1974-75 के छात्रसंघ चुनाव में पहली बार शहर आए। उस समय वह दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष थे। उन्होंने बरेली कॉलेज में तत्कालीन छात्रसंघ अध्यक्ष प्रत्याशी अच्युत कुमार शर्मा के समर्थन में सभा की। फिर वर्ष 1979 में हुए छात्रसंघ चुनाव में शहर आए।
नगर पालिका के चुनाव में भी एक बार शहर आए। पार्टी प्रत्याशी और प्रथम महापौर राजकुमार अग्रवाल के समर्थन में दिल्ली से आए छात्र नेताओं के साथ सभा की। फिर वर्ष 2004 में वह लोकसभा चुनाव के समय शहर में सर्किट हाउस में पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक की। उनका अंतिम बार शहर आगमन वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में हुआ।
उस समय शहर विधानसभा से पार्टी प्रत्याशी डॉ. अरुण कुमार और कैंट विधानसभा उम्मीदवार राजेश अग्रवाल थे। उन्होंने दोनों प्रत्याशियों के समर्थन में प्रबुद्धजन सम्मेलन को संबोधित किया, जो कि एमबी इंटर कॉलेज के मैदान में हुआ। उनके निधन पर केंद्रीय श्रम मंत्री संतोष गंगवार, प्रदेश सरकार के पूर्व वित्तमंत्री राजेश अग्रवाल, दुर्विजय सिंह, वीरेंद्र अटल समेत सभी भाजपाइयों ने शोक संवेदना व्यक्त की।