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पढ़े, हलाला पीड़ित शबनम पर एसिड अटैक के बाद निदा व फरहत ने क्या कहा..

बुलंदशहर में हलाला पीड़ित शबनम पर एसिड अटैक की घटना पर निदा खान व फरहत नकवी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की।

By JagranEdited By: Published: Fri, 14 Sep 2018 04:38 PM (IST)Updated: Fri, 14 Sep 2018 04:38 PM (IST)
पढ़े, हलाला पीड़ित शबनम पर एसिड अटैक के बाद निदा व फरहत ने क्या कहा..

बरेली(जेएनएन)। बुलंदशहर में हलाला पीड़ित शबनम पर एसिड अटैक की घटना पर आला हजरत हेल्पिंग सोसायटी की अध्यक्ष निदा खान और मेरा हक फाउंडेशन की अध्यक्ष फरहत नकवी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। दोनों का कहना है कि हमला हक को लेकर आवाज उठी रही महिलाओं का गला घोटने का प्रयास है। यह प्रशासन की खुली लापरवाही और शरीयत की आड़ मे मनमानी का सुबूत है। इसे लेकर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की माग की जाएगी। चुप नहीं बैठेंगे। बुलंदशहर भी जाएंगे।

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--मौलानाओं के दबाव में पंगु हो गया प्रशासन : निदा

आला हजरत हेल्पिंग सोसायटी की निदा खान का कहना है कि घटना को लेकर प्रशासन जिम्मेदार है, जो मौलानाओं के दबाव में पंगु हो गया है। उनकी ज्यादती के मामले दर्ज होने के बाद उन पर हाथ नहीं डाल रहा है। यही वजह है कि ऐसे लोगों के हौसले बुलंद हैं। वे इंसाफ की माग कर रही महिलाओं की आवाज को शरीयत की आड़ लेकर दबा देना चाहते हैं। उनकी यह मंशा कभी पूरी नहीं हो पाएगी। इन कायरतापूर्ण हरकतों का मामला गुरुवार को लखनऊ में मुख्यमंत्री से मिलकर उठाएंगे। रोकथाम के उपाय की माग करेंगे।

--लापरवाही बरतने के चलते तड़पकर मर गई थी तलाक पीड़िता रजिया : मेरा हक फाउंडेशन की अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी की बहन फरहत नकवी का कहना है कि शबनम मामले जैसी लापरवाही प्रशासन ने तलाक पीड़िता रजिया के मामले में बरती। वह जुल्म का शिकार होकर अस्पताल में तड़पकर मर गई लेकिन शौहर पर मुकदमा तक दर्ज नहीं किया गया। ऐसा ही रवैया संभल पुलिस ने हलाला के मामले में अपनाया। एडीजी के सख्ती करने पर मुकदमा दर्ज किया तो अब आरोपित को गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है। उसी का नतीजा है कि शबनम पर एसिड अटैक हुआ। यह बहुत ही शर्मनाक हरकत है। यह प्रधानमंत्री के सामने रखेंगे।


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