ऐसा क्या हुआ कि बरेली के जिला अस्पताल में दो डॉक्टरों ने सीएमएस बनने से कर दिया इन्कार Bareilly News
अब उनसे जूनियर डॉ. आर्या को सीएमएस बनाया गया है जिन्होंने चार्ज संभालने के बाद व्यवस्था में सुधार का वादा किया है।
जागरण संवाददाता, बरेली : जिला अस्पताल में भर्ती के अभाव में बच्चे की मौत के बाद कार्रवाई होने से डॉक्टरों में खौफ का माहौल है। डॉ. केएस गुप्ता के निलंबन से डॉक्टर डरे हुए हैं। यही वजह रही कि सीएमएस का चार्ज लेने से दो सीनियर डॉक्टरों ने इन्कार कर दिया।
अब उनसे जूनियर डॉ. आर्या को सीएमएस बनाया गया है, जिन्होंने चार्ज संभालने के बाद व्यवस्था में सुधार का वादा किया है। दरअसल जिला चिकित्सालय में कार्यवाहक सीएमएस के पद पर वरीयता के आधार पर बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. एसके सागर व एनेस्थेसिया विभाग के चिकित्सक सुनील कुमार यादव को पदभार ग्रहण करना चाहिए था।
2003 लेकिन उन्होंने कार्यवाहक के तौर पर पदभार ग्रहण करने से मना कर दिया। इसे लेकर स्टाफ में ही तमाम तरह की चर्चाएं हैं। इसके उनके अपने तर्क हैं। एक डॉक्टर का कहना है कि रिटायरमेंट के करीब हैं, इसलिए जिम्मेदारी लेने से इन्कार किया है। दूसरे ने भी कुछ इसी तरह की मजबूरी बताकर हाथ खींच लिए। तब डॉ. तारा सिंह आर्या को जिम्मेदारी मिली। उन्होंने सोमवार को पदभार ग्रहण कर लिया। पदभार ग्रहण करने के बाद अधीनस्थों से वार्ता करने की बात कही।
जिला चिकित्सालय को हेल्प डेस्क की दरकार
जिला अस्पताल में उपचार के लिए आने वाले मरीजों और तीमारदारों को जानकारी के अभाव में भटकना पड़ता है। ये समस्या उस वक्त और गंभीर हो जाती है, जब तीमारदार किसी रोगी को गंभीर अवस्था में लेकर इलाज के लिए पहुंचता है। जिला चिकित्सालय के चिकित्सकों की मानें तो हेल्प डेस्क से काफी हद तक रोगी और तीमारदारों को समस्या से निजात मिल सकेगी। उनको भटकना नहीं पड़ेगा। इसके लिए जल्द ही अस्पताल प्रशासन के अधिकारी विचार भी करेंगे।
वार्डो में किया निरीक्षण
पद भार ग्रहण करने के बाद कार्यवाहक सीएमएस डॉ. तारा सिंह आर्या ने सुबह वार्डो का निरीक्षण कर व्यवस्था को देखा। उन्होंने बताया कि वह जिला अस्पताल के प्रशासनिक पद की जिम्मेदारी को समझने के लिए जानकारी ले रहे हैं। जल्द अधीनस्थों के साथ बैठक कर समस्याओं के निराकरण पर विचार करेंगे।
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