इंतजार था पीएम आवास का, गिर गई कच्ची छत Bareilly News
अचानक जर्जर छत की कड़ियां टूटकर गिरने लगीं। पूरा परिवार मलबे के नीचे दब गया। चीख पुकार मच गई।
बरेली, जेएनएन : मीरगंज के कस्बा शाही में कच्ची मकान में रह रहे एक परिवार को सरकारी छत यानी पीएम आवास का इंतजार था। उन्हें उम्मीद थी कि जल्द ही उनके सिर पर पक्की छत आ जाएगी। उनकी यह उम्मीद हकीकत में बदलती, इससे पहले ही उनकी कच्ची छत गिर पड़ी। घर के पांच सदस्य मलबे में दब गए। चीख पुकार मची तो लोग बचाने के लिए दौड़ पड़े। किसी तरह उन्हें बाहर निकाला।
मुहल्ला ठाकुरद्वारा निवासी प्रेम प्रकाश का घर कच्च है। छत काफी जर्जर एवं गिरताऊ हाल में थी। पक्के मकान के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवेदन किया था लेकिन आवास स्वीकृत नहीं हो पाया। सोमवार रात करीब नौ बजे वह पत्नी, बच्चों के साथ बैठकर खाना खा रहे थे। अचानक जर्जर छत की कड़ियां टूटकर गिरने लगीं। पूरा परिवार मलबे के नीचे दब गया। चीख पुकार मच गई। शोर होने पर मुहल्ले के लोग व सभासद नरेश पंडित मौके पर पहुंचे। लोगों की मदद से उन्हें बाहर निकाला। हादसे में प्रेम प्रकाश ,पत्नी प्रेमवती ,बच्चे अरुण, सालनी, सुमित घायल हो गए। लोगों ने मौके से ही घटना की सूचना तहसील कंट्रोल रूम को दी लेकिन कोई भी कर्मचारी जांच करने नहीं पहुंचा।
कई के सिर पर नहीं पक्की छत, हो रही दिक्कत
तहसील के कई गांवों में गरीबों के सिर पर पक्की छत नहीं है। वे झोपड़ी में परिवार के साथ जिंदगी गुजर बसर कर रहे हैं। बारिश में उन्हें खासी दिक्कत होती है। आग लगने से अक्सर उनके घरौंदे जल जाते हैं। आंधी भी उनके लिए मुसीबत खड़ी करती है। ऐसे लोगों को अभी तक पक्की छत नसीब नहीं हो पाई है।