नजीर : गरीबों को नया जीवन दे रहे माननीय
सांसद हो या विधायक निधि। या फिर एमएलसी निधि। इसमें बड़ा खेल होता है। मगर प्रख्यात शायर एवं एमएलसी वसीम बरेलवी ने निधि की रकम मरीजों के इलाज में लगाकर नजीर पेश की है।
बरेली [प्रशांत गौड़]। सांसद हो या विधायक निधि। या फिर एमएलसी निधि। इसमें बड़ा खेल होता है। कमीशन भी लगभग तय होता है। यह बात आम भी है। जानते भी सब हैं, लेकिन अब माननीयों का ढर्रा बदल रहा है। वह स्कूल-कॉलेजों को रकम कम देकर गरीबों का इलाज करा रहे हैं। सभी के लिए नजीर बने हैं प्रख्यात शायर एवं एमएलसी वसीम बरेलवी। उन्होंने निधि की अधिकांश रकम मरीजों के इलाज में लगा दी। अब इसी रास्ते पर अन्य माननीय भी चल रहे हैं।
एमएलसी वसीम बरेलवी को सालाना निधि के रूप में डेढ़ करोड़ रुपये मिलता है। वर्ष 2017 में उन्होंने नगर व बहेड़ी क्षेत्र के 14 मरीजों को 24 लाख रुपये इलाज के लिए दिए। डोहरा के राजू गुप्ता, भूड़ निवासी नवीन सक्सेना, बहेड़ी के भुवन सिंह, बमनपुरी के संतोष आदि का गुर्दा ठीक कराने को रकम दी। ब्रह्मापुरा के वासिद को कैंसर के इलाज को रकम दी। सीडीओ सत्येंद्र कुमार ने बताया कि गरीबों के इलाज के लिए रकम देने को प्रस्ताव विधायकों व एमएलसी के आ रहे हैं। प्रस्ताव की जांच के बाद रकम संबंधित अस्पताल को भेजी जाती है।
- राजेश व धर्मपाल ने दिखाई दरियादिली : प्रदेश के वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने भी वर्ष 2017-18 में सैलानी की तैयबा सकलैनी को ढाई लाख, कूंचा सीताराम के प्रदीप रोहिला को हृदय रोग के लिए एक लाख, अवधपुरी की रीना अग्रवाल को कैंसर इलाज को एक लाख रुपये निधि से दिए। इसी तरह सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह ने राजपुर कला के सुशील कुमार व विमला गुप्ता को गुर्दा ठीक कराने को रकम दी। शहर विधायक डा. अरुण कुमार ने भी अपनी निधि से इलाज को रकम दी। - इसलिए बदल रहा नजरिया : अब केंद्र व प्रदेश सरकार से जारी निधि पर पहरा हो गया। मॉनीट¨रग अधिक हो गई। ऑडिट में पिछले वर्षो में आपत्तियां लगाई गई। इसलिए भी माननीयों का निधि खर्च करने को लेकर नजरिया बदला है। - इन्होंने दी स्कूलों को दी रकम : नवाबगंज विधायक केसर सिंह व फरीदपुर विधायक डा. श्याम बिहारी लाल, मीरगंज विधायक डा. डीसी वर्मा, भोजीपुरा विधायक डा. बहोरन लाल मौर्य, नवाबगंज विधायक छत्रपाल सिंह ने अपनी निधि की अधिकांश राशि सीसी रोड व शवदाह गृह निर्माण में लगाई। स्कूलों में शिक्षण कक्ष व फर्नीचर खरीदने को भी रकम दी है। एमएलसी जयपाल सिंह व्यस्त, एमएलसी संजय मिश्रा भी इसी रास्ते पर चले। हालांकि, इनका कहना है कि वह भी मरीजों को इलाज को रकम दे रहे हैं।