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महिला आयोग की सदस्य से बोलीं पीड़िताएं, दहेज के लिए छोड़ दिया पति ने

--केस-1 23 वर्षीय अटा कायस्थान निवासी संगीता का प्रेम विवाह 2014 में पड़ोस के ही अनिल कुमार गौत

By JagranEdited By: Published: Thu, 20 Sep 2018 04:50 PM (IST)Updated: Thu, 20 Sep 2018 04:50 PM (IST)
महिला आयोग की सदस्य से बोलीं पीड़िताएं, दहेज के लिए छोड़ दिया पति ने

--केस-1

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23 वर्षीय अटा कायस्थान निवासी संगीता का प्रेम विवाह 2014 में पड़ोस के ही अनिल कुमार गौतम से हुआ। कुछ ही माह बाद अनिल ने दहेज के लिए उन्हें घर से निकाल दिया। तीन माह का गर्भ भी गिरवा दिया। तीन साल से संगीता न्याय की गुहार लगाते हुए थानों के चक्कर काट रही हैं मगर सुनने वाला कोई नहीं।

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हजियापुर की 25 वर्षीय रेहाना का प्रेम विवाह दस वर्ष पहले पास के ही जावेद से हुआ। पांच बच्चे हुए मगर सभी की मौत हो गई। पति जावेद अब वह दहेज की मांग करता है। ससुरालियों के कहने पर चार माह पहले घर से निकाल दिया। थाना बरादरी पुलिस से शिकायत की तो उन्होंने शर्मनाक जवाब देते हुए कहा कि दूसरी शादी कर ले। जेएनएन, बरेली। राज्य महिला आयोग की सदस्य रश्मि जायसवाल बुधवार को सर्किट हाउस पहुंचीं। उन्होंने दहेज पीड़ित संगीता, रेहाना समेत तमाम महिलाओं की व्यथा सुनी। अधिकांश ने महिला उत्पीड़न के मामले में पुलिस के लापरवाह रवैये की शिकायत की।

पीड़ित संगीता ने बताया कि उसका परिवार काफी गरीब है। दहेज देने की स्थिति में नहीं है। वहीं, रेहाना ने बताया कि वह शौहर की शिकायत करने बरादरी थाना की कांकरटोला चौकी में करने गई थी। वहां उससे काफी अभद्रता की गई। इस पर महिला आयोग की सदस्य ने कांकरटोला चौकी प्रभारी को कड़ी फटकार लगाई। महिला पुलिस को दोनों ही मामलों की जांच कर पीड़िताओं को इंसाफ दिलाने का निर्देश दिया।

--दस वर्षीय रेप पीड़िता के विकलांग मां-बाप ने लगाई इंसाफ की गुहार : रश्मि जायसवाल के समक्ष इंसाफ की गुहार लगाने दस वर्षीय रेप पीड़िता पहुंची। नवाबगंज की रहने वाली बच्ची के साथ तीन साल पहले पड़ोसी ने हैवानियत की थी। इसके बाद से वह मानसिक तौर पर स्वस्थ्य नहीं है। साथ ही उसकी सुनने की क्षमता भी खत्म हो गई है।

सर्किट हाउस पहुंचे बच्ची के विकलांग माता-पिता ने रश्मि जायसवाल से कहा कि मामला कोर्ट में विचाराधीन है। आरोपित जेल से बाहर है। वह पड़ोस का ही रहने वाला है। बच्ची को डराता रहता है। इसके साथ ही उसके मां-बाप ने उप्र रानी लक्ष्मीबाई महिला एवं बाल सम्मान कोष के तहत दी जाने वाली की दूसरी किश्त न मिलने की बात बताई।


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