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Vicious Tigress of Bareilly : पिंजरे के पास तक गई बाघिन लेकिन फंसी नहीं, सुअर का शिकार कर दूसरे जंगल में भाग गई

Vicious Tigress of Bareilly फतेहगंज पश्चिमी की बंद रबर फैक्ट्री में पिछले वर्ष 13 मार्च से घूम रही बाघिन ने रामगंगा के खादर में दो किसानों को घायल कर दिया था। बाघिन को पकड़ना तो दूर वन विभाग के अधिकारी उसका कोई लोकेशन नहीं पता कर सके हैं।

By Samanvay PandeyEdited By: Published: Fri, 21 May 2021 08:51 AM (IST)Updated: Fri, 21 May 2021 08:51 AM (IST)
Vicious Tigress of Bareilly : पिंजरे के पास तक गई बाघिन लेकिन फंसी नहीं, सुअर का शिकार कर दूसरे जंगल में भाग गई
पिंजरा से दूर बाघिन अपना ठिकाना बदल गहबरा के जंगल में बुधवार देर रात को देखी गई।

बरेली, जेएनएन।Vicious Tigress of Bareilly : फतेहगंज पश्चिमी की बंद रबर फैक्ट्री में पिछले वर्ष 13 मार्च से घूम रही बाघिन ने रामगंगा के खादर में दो किसानों को घायल कर दिया था। बाघिन को पकड़ना तो दूर वन विभाग के अधिकारी उसका कोई लोकेशन नहीं पता कर सके हैं। पिंजरा से दूर बाघिन अपना ठिकाना बदल गहबरा के जंगल में बुधवार देर रात को देखी गई। ग्रामीणों के मुताबिक बाघिन रामगंगा के खादर में शिकार की तलाश में घूम रही है। जिससे ग्रामीणों में दहशत है।

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बाघिन के मूवमेंट पर नजर रख रहे वन विभाग ने बाघिन को पकड़ने को पिंजरा में पड्डा बांधा है, लेकिन शातिर बाघिन ने अपना मूवमेंट बदलते हुए रामगंगा खादर के गहबरा जंगल की ओर कर दिया है। बीती रात उसे ग्रामीणों द्वारा वहां देखे जाने की सूचना वन विभाग को दी गई। गुरुवार को बारिश के चलते बाघिन के मूवमेंट व पगमार्क को नहीं देखा जा सका। वहीं रबर फैक्ट्री के सेंसर कैमरों को भी नहीं देखा गया। घटना के पांच दिन बाद भी बाघिन पकड़ से दूर होने के चलते ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है।

हेमराजपुर में सिंचाई कर रहे किसानों पर हमला करने वाली बाघिन रात के अंधेरे में शिकार की तलाश में अपने ठिकाने बदलने निकलती है।बुधवार को हमला करने वाले खेत के दक्षिण में सेमल के पेड़ के नीचे ग्रामीणों ने जंगली सुअर के अवशेष पड़े देखे। जहां पर बाघिन के पग मार्क भी मिले। ग्रामीणों का अनुमान है कि रात में बाघिन खेत में पानी पीने आई होगी। बाघिन की गतिविधियों की वन विभाग की टीमें तरह-तरह से निगरानी रख रही हैं। सैकड़ों किलोमीटर में फैले जंगल में बाघिन को ट्रेंक्युलाइज करना टेढ़ी खीर साबित होगा। शातिर बाघिन वन विभाग द्वारा रबर फैक्ट्री में बिछाए जाल से बच निकली।

वन विभाग ने रबर फैक्ट्री में भी पिंजरे में पड्डा बांधा था। बाघिन पिंजरा के पास तो गई लेकिन उसने पड्डा का शिकार करने की कोशिश नहीं की।वन क्षेत्राधिकारी मीरगंज संतोष कुमार ने बताया कि बाघिन के मूवमेंट का पता लगाने के लिए टीमें लगी हुई हैं। गुरुवार को बारिश के चलते कांबिंग नहीं हो सकी। अब सेंसर कैमरेे चेक करने के साथ ही कांबिंग भी की जाएगी। 


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