वरुण गांधी ने ट्वीट कर फिर सरकार को घेरा, जीएसटी रेट का हवाला देकर कहा महंगाई से आम आदमी को कब राहत मिलेगी?
सांसद वरुण गांधी ने बढ़ती महंगाई को लेकर एक बार फिर ट्वीट कर सरकार पर सवाल खड़ा किया। उन्होंने 18 जुलाई से लागू हो रहे नए जीएसटी रेट का हवाला देते हुए सांसद ने ट्विटर पर लिखा कि महंगाई के बोझ तले दबे आम आदमी को राहत कब मिलेगी?
पीलीभीत, जागरण संवाददाता: सांसद वरुण गांधी ने बढ़ती महंगाई की समस्या को लेकर शनिवार को एक ट्वीट किया। इसमें 18 जुलाई से लागू हो रहे नए जीएसटी रेट का हवाला देते हुए सांसद ने ट्विटर पर लिखा कि महंगाई के बोझ तले दबे आम आदमी को राहत कब मिलेगी? आत्ममंथन की जरूरत है।
सांसद ने ट्विटर पर लिखा कि रोटी महंगी, कपड़ा महंगा, मकान महंगा और अब इलाज भी महंगा हुआ। सवाल उठाया कि स्वास्थ्य और शिक्षा तो बुनियादी आवश्यकता है। सांसद ने 18 जुलाई से लागू हो रहे नए जीएसटी रेट को भी दिया है। जिसमें कहा गया कि 18 जुलाई के बाद जिन चीजों पर महंगाई की तगड़ी मार पड़ने वाली है। उनमें पैकेट बंद और लेबल लगा गेहूं का आटा, दुग्ध उत्पाद जैसे दूध, पनीर, छाछ व दही आदि भी शामिल है। इनके अलावा अलग अलग तरह के पापड़, मूढ़ी या मुरमुरे भी 18 जुलाई से महंगे हो जाएंगे। अस्पतालों में प्राइवेट बेड पर भी जीएसटी लगेगा। सांसद इससे पहले शिक्षा के व्यवसायीकरण, घटते रोजगार के अवसर, प्रतियोगी परीक्षाओं में पेपर लीक होने जैसे सरकार को असहज करने वाले मुद्दे ट्विटर के माध्यम से उठाते रहे हैं। स्वरोजगार के लिए आम आदमी को बैंक से ऋण मिलने में तमाम अड़चनें और बड़े लोगों को आसानी से कर्ज मिल जाने और फिर उसे अदा नहीं करने जैसे मामलों पर भी सांसद लगातार ट्वीट करते रहे हैं।