परचम कुशाई से उर्स-ए-शाह शराफती का आगाज
दरगाह शाह शराफत पर सोमवार को सादगी के साथ उर्स का आगाज हो गया। 53वें उर्स की शुरुआत परचम कुशाई की रस्म के साथ हुई। दरगाह शाह शराफत मियां के सज्जादा पीरो मुर्शिद शाह सकलैन मियां की सरपरस्ती में कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए रस्म पूरी की गई।
बरेली, जेएनएन : दरगाह शाह शराफत पर सोमवार को सादगी के साथ उर्स का आगाज हो गया। 53वें उर्स की शुरुआत परचम कुशाई की रस्म के साथ हुई। दरगाह शाह शराफत मियां के सज्जादा पीरो मुर्शिद शाह सकलैन मियां की सरपरस्ती में कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए रस्म पूरी की गई।
दरगाह के मीडिया प्रभारी हमजा सकलैनी ने बताया कि सोमवार को उर्स का आगाज परचम कुशाई के साथ हुआ। प्रो. महमूद उल हसन ने शाह मौलाना शराफत अली मियां की रूहानी जिदगी पर तकरीर की और आपकी बताई तालीम पर चलने पर जोर किया। पीरो मुर्शिद ने फातिहा पढ़ी और उर्स का परचम गाजी मियां को सौंपकर रस्म अदा कराई। इसके बाद परचम खानकाह पर लगाया गया। मुरीदों से उर्स में नहीं आने की अपील
दरगाह शाह शराफत अली मियां के पीरो मुर्शिद शाह मुहम्मद सकलैन मियां ने अकीदतमंदों से कहा कि कोविड 19 की वजह से उर्स में शासन की गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है। उर्स सादगी के साथ मनाया जाएगा। अकीदतमंद उर्स के प्रोग्राम में शिरकत करने ना आएं, घर पर ही रस्म अदा करें।