UP : डीजीपी तक पहुंचा थाने में नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता की पिटाई का मामला, यूपी बार एसोसिएशन ने जताई नाराजगी
बहेड़ी में बयान बदलने पर थाने में नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता की पिटाई व अधिवक्ता से हाथापाई का मामला अब डीजीपी के पास पहुंच गया है।दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे यूपी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ने जानकी प्रसाद पांडेय ने कड़ी नाराजगी जताई है।
बरेली, जेएनएन। बहेड़ी में बयान बदलने पर थाने में नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता की पिटाई व अधिवक्ता से हाथापाई का मामला अब डीजीपी के पास पहुंच गया है। मामले में दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे यूपी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ने जानकी प्रसाद पांडेय ने डीजीपी को पत्र लिखकर कड़ी नाराजगी जताई है। उन्होंने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई न होने पर जहां हैरानी व्यक्त की है। वहीं पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल भी उठाए है।
नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता पर केस दर्ज करने की बजाए पीड़िता के पिता पर ही केस दर्ज करने पर सवाल उठाए है। उन्होंने इस मामले में पीड़िता के पिता पर केस दर्ज करने को लेकर गहरी चिंता भी जताई है। यूपी बार एसोसिएशन अध्यक्ष ने बहेड़ी पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े किए है। इसके अलावा अधिवक्ता के साथ थाने में पुलिस कर्मियों द्वारा की गई अभद्रता पर भी ऐतराज जताया है। गौरतलब है कि मामले में पीड़िता के बयान न बदलने पर थाने में दारोगा बलबीर सिंह व महिला सिपाही लक्ष्मी शर्मा पर पिटाई करने का आरोप है।
ये है पूरा मामला
बरेली के बहेड़ी थाना क्षेत्र के अंतगर्त रहने वाली नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता नौ अक्टूबर को अपनी मां और अधिवक्ता के साथ रिपोर्ट लिखाने थाने पहुंची थी। जहां बयान न बदलने पर पुलिस ने उसके साथ मारपीट की। जब पीडि़ता के साथ होने वाली पिटाई का अधिवक्ता ने मोबाइल से वीडियो बनाने की कोशिश की तो पुलिस ने उनके साथ भी अभद्रता की। अधिवक्ता ने आरोप लगाया था कि पुलिस कर्मियों ने उनके साथ हाथापाई की। इसके साथ ही मोबाइल से वीडियो भी डिलीट करा दिया था।
बैकफुट पर आई थी पुलिस
इस मामले की जानकारी जब अधिवक्ता ने अपने अन्य साथियों को दी तो उन्होंने थाने पहुंचकर हंगामा किया था। जिस पर कुछ देर बाद पुलिस को बैकफुट पर आना पड़ा था। इसके साथ ही सीओ ने अधिवक्ताओं को समझा बुझाकर मामले को शांत कराया था। जिसके बाद अधिवक्ताओ ने पुलिस अधिकारियों से दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी। लेकिन मामले में आरोपित पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई न होने से अधिवक्ता भी खासे आक्रोशित है।