अनूठी शादी : भारत माता की प्रतिमा के समक्ष सात फेरे और आठ वचन लेगा यह जोड़ाl
अलीगढ़ की डॉ. हिमानी और बरेली के इंजीनियर आशुतोष ने भारत माता की प्रतिमा के समक्ष सात फेरे लेने का निर्णय लिया है।
बरेली(स्पेशल डेस्क)। देवताओं के समक्ष अग्नि के सात फेरे और सात वचन। इन रस्मों से ही शादी संपन्न होती है। 19 नवंबर को शहर में एक ऐसी शादी होगी, जिसकी रस्म और रिवाज अनूठी होंगी। नेताजी सुभाष चंद्र बोस के सहयोगी की पौत्री डॉ. हिमानी और इंजीनियर आशुतोष ने भारत माता की प्रतिमा के समक्ष सात फेरे लेने का निर्णय लिया है। इतना ही नहीं। राष्ट्र और हिंदुत्व की रक्षा के लिए आठवां वचन लेकर वैवाहिक जीवन में प्रवेश करेंगे।
डॉ. हिमानी मूल रूप से अलीगढ़ के महेंद्र नगर की और आशुतोष बरेली के निवासी हैं। विवाह समारोह पीलीभीत बाईपास स्थित एक लॉन में होगा। डॉ. हिमानी ने बताया कि दादाजी गंगाधर शर्मा वर्ष 1932 में डाक एवं तार विभाग में सिंगापुर में अधिकारी नियुक्त हुए। 1940 में वह बर्मा(म्यांमार) में नेताजी के संपर्क में आए थे। 1943 में आजाद हिंद फौज की स्थापना हुई। तब डाक विभाग में रहकर अंग्रेजों की डाक की सूचना नेताजी को देते थे। पिता सुरेंद्र शर्मा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी फाउंडेशन के संरक्षक हैं।
ससुराल से मिली सहर्ष स्वीकृति
इसी प्रेरणा से विवाह की रस्म भारत माता की प्रतिमा के समक्ष करने का विचार भावी ससुराल में रखा। वहां से सहर्ष स्वीकृति मिली। प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, राज्यपाल को भी आमंत्रण पत्र भेजा है। उनकी तरफ से शुभाशीष पत्र आए हैं।