व्यवस्था से हारे दो युवक 72 घंटे बाद भी टॉवर से नीचे नहीं उतरे, प्रशासन परेशान
बार-बार आश्वासन दिए जाने के बाद भी मांगें पूरी न होने से नाराज दो युवक रविवार सुबह मोबाइल टॉवर पर चढ़ गए।
शाहजहांपुर(जेएनएन)। लोगों के लिए भले ही कौतूहल हो। शोले के जय-वीरू जैसे नाम उन्हें दिए गए हों लेकिन, व्यवस्था से हारे दो युवक अपनी मांगों को मनवाए बगैर मोबाइल टॉवर से उतरने को तैयार नहीं। उनके इस अनूठे विरोध के 72 घंटे गुजर चुके हैैं। प्रशासन हलकान है। डीएम अमृत त्रिपाठी व एसपी डॉ. एस चनप्पा ने भी समझाने की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। एसडीएम व सीओ ने कलान जाकर अवैध कब्जे हटवाने के साथ ही सड़क बनवाना शुरू कर दिया। दोनों की जिद है, सभी मांगे पूरी होने का वीडियो देखने के बाद ही वह नीचे उतरेंगे।
कलान निवासी रविंदर आजाद अपने साथी मुन्नालाल के साथ रविवार तड़के पांच बजे जलालाबाद की गांधीनगर कॉलोनी स्थित मोबाइल टॉवर पर चढ़ गए। उसके बाद से ही इलाके में अफरा-तफरी का आलम बना है। तमाम कोशिशों के बावजूद युवक नीचे उतरने को तैयार नहीं हैैं। दो टूक कहना है, पहले सारी मांगें पूरी करो। उसके बाद ही नीचे आएंगे।
यह हैैं मांगें
दोनों युवकों की मांग है कि घर के लंबे वक्त से बदहाल रास्ता बनवाया जाए। राधा स्वामी आश्रम और कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय के मार्ग पर अवैध कब्जा हटे। परौर तिराहे पर अवैध कब्जेदारों पर कार्रवाई, खुद पर दर्ज मुकदमा वापस किया जाएगा। टॉवर से उतरने पर कोई नया मुकदमा दर्ज न होने का लिखित आश्वासन मिले। मांगों को लेकर प्रशासन जो भी कार्रवाई कर रहा है, उसका वीडियो दिखाया जाए।
मंगलवार को किया हंगामा
उधर लंबे वक्त से टॉवर पर चढ़े होने के बाद मंगलवार तड़के चार बजे रविंदर ने अचानक शोर मचाना शुरू कर दिया। उन्होंने लोगों से नाश्ता और पानी मांगा। सुबह करीब साढ़े छह बजे एसडीएम विजय शर्मा व सीओ एसपी दुबे वहां पहुंचे तो रविंदर योग करते मिले। उन्हें वार्ता के लिए नीचे बुलाया लेकिन, करीब 30 मिनट तक हीलाहवाली करते रहे। उसके बाद तिरंगा लेकर वह कुछ नीचे उतरे मगर बाद में दोबारा चढ़ गए। कलान में अपने साथी अमन का नंबर देते हुए उससे बात करने को कहा। इस बीच एसडीएम और सीओ कलान रवाना हो गए, जिसके बाद रविंदर फिर टॉवर पर चढ़े और वहां पर तिरंगा फहराकर सलामी दी।
डीएम-एसपी पहुंचे, पर मनाने में नाकाम
संपूर्ण समाधान दिवस के बाद डीएम अमृत त्रिपाठी और एसपी डॉ. एस चन्नप्पा मौके पर पहुंचे। बावजूद दोनों नीचे नहीं आए। इस बीच रविंदर ने कपड़े बदले और टॉवर पर ही अपने नियत स्थान पर बात करने पहुंचे। डीएम ने सभी मांगें पूरी कराने का आश्वासन दिया, लेकिन वीडियो मांगने पर अड़े रहे। काफी देर कोशिश करने के बाद डीएम व एसपी अधिकारियों को दिशा-निर्देश देकर चले गए।
काम अधूरा बताकर नीचे आने से किया इन्कार
बुधवार सुबह छह बजे एसडीएम जलालाबाद विजय शर्मा व सीओ एसपी दुबे टॉवर के पास पहुंचे। दोनों ने रविंदर से कहा कि उसकी मांगें मान ली गईं हैं। इसलिए वह अपने साथी मुन्नालाल के साथ नीचे उतर आए, पर रविंदर नहीं माना। उसने वीडियो दिखाने की मांग की। सीओ ने अपने मोबाइल में वीडियो दिखाया तो उसने काम अधूरा होने की बात कहते हुए नीचे आने से मना कर दिया।
साथी पर मुकदमा, पिता नेत्रपाल हिरासत में
एसडीएम विजय शर्मा ने बताया कि टॉवर पर किसी को भी जाने की अनुमति नहीं है। वहां पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। उन्होंने बताया कि रविंदर को उकसाया गया है। इस आरोप में उसके साथी कलान निवासी अमन गुप्ता व अन्य पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा। उन्होंने बताया कि रविंदर के पिता नेत्रपाल को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है।