ट्रैफिक सिग्नल सिस्टम रोकेगा पशु पालकों की मनमानी, सड़क से निकलीं भैंसें तो भरना पड़ेगा जुर्माना
शहर में जाम लगने का एक मुख्य कारण मनमाने ढंग से तिराहे-चौराहों से भैंसें निकालना भी बन रहा है। नगर निगम प्रशासन ने पुलिस के सहयोग से कई बार डेयरी संचालकों के साथ बैठकें भी की लेकिन उसके बाद भी कोई सुधार नहीं हुआ।
शाहजहांपुर, जेएनएन। यातायात व्यवस्था में अब भैंसें अवरोध उत्पन्न नहीं कर सकेंगी। मनमाने ढंग से तिराहे-चौराहों से भैंसें निकालने पर डेयरी संचालकों को जुर्माना भरना पड़ेगा। नगर निगम प्रशासन ने आइटीएमएस (इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम) से इन संचालकों पर शिकंजा कसने का निर्णय लिया है। जिसकी निगरानी कमांड सेंटर से कराई जाएगी।
शहर में जाम लगने का एक मुख्य कारण मनमाने ढंग से तिराहे-चौराहों से भैंसें निकालना भी बन रहा है। नगर निगम प्रशासन ने पुलिस के सहयोग से कई बार डेयरी संचालकों के साथ बैठकें भी की लेकिन उसके बाद भी कोई सुधार नहीं हुआ। जिस वजह से आये दिन जाम लग रहा है। स्मार्ट सिटी के तहत नगर निगम को 41.07 करोड़ रुपये का बजट यातायात व्यवस्था को बेहतर करने के लिए मिला। जिससे 13 तिराहे-चौराहों पर आइटीएमएस (इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम) लगाया गया।
ताकि नियमों की अनदेखी करने वाले वाहनों के आटोमेटिक चालान किया जा सके। खिरनीबाग, अशफाक नगर तिराहा, टाउनहाल समेत पांच स्थानों पर इसका 15 दिन का ट्रायल भी शुरू करा दिया गया है। ताकि लोग यातायात नियमों को ठीक से जान सके। इस अवधि में प्रशासन ने नियम तोड़ने पर भी जुर्माना न लगाने का निर्णय लिया है। इस ट्रैफिक सिस्टम के जरिये ही नगर निगम प्रशासन ने पशु पालकों की मनमानी भी रोकने का निर्णय लिया है।
इस तरह रुकेगी मनमानी: निर्धारित समय के बाद यदि भैंसें तिराहे-चौराहों से निकाली गई तो सीसीटीवी के जरिये से टाउनहाल स्थित कमांड सेंटर में यह दिखाई देगा। वहां से आदेश मिलने पर तिराहे-चौराहों पर तैनात सिपाही डेयरी संचालक का नाम व पता नोट कर उससे जुर्माना वसूल करने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
फैक्ट फाइल
- 13 तिराहे-चौराहे पर लगा आइटीएमएस
- 200 डेयरी जिले में संचालित है।
- 3500 से अधिक भैंसें है।
- 110 ट्रैफिक सिपाहियों पर रहेगी जिम्मेदारी
सीओ सिटी सरवणन टी ने कहा कि मनमाने ढंग से भैंसे निकाले जाने की वजह से सबसे ज्यादा जाम की समस्या उत्पन्न होती है। लेकिन आइटीएमएस सिस्टम के जरिये इस तरह की मनमानी को रोका जा सकेगा।
नगर आयुक्त संतोष शर्मा ने कहा कि डेयरी संचालकों के साथ बैठक की जाएगी। भैंसें निकालने के लिए फिर से समय निर्धारित किया जाएगा। नियमों का पालन न करने पर जुर्माना वसूल किया जाएगा।