सजा से बचने को निकाह के 22वें दिन धोखे से कराए तलाकनामा पर दस्तख्त, फिर निकाला
निकाह के 22वें दिन ही अपनी बीवी को तलाक दे दिया लेकिन तीन तलाक बोलने के बजाय धोखे से तलाकनामा लिखवाकर...।
बरेली, जेएनएन : तीन तलाक पर अध्यादेश आने के बाद सजा से बचने के लिए एक शौहर का गजब कारनामा सामने आया। निकाह के 22वें दिन ही अपनी बीवी को तलाक दे दिया लेकिन तीन तलाक बोलने के बजाय धोखे से तलाकनामा लिखवाकर...। बीवी को घर से निकाल दिया। यह कहते हुए कि तलाक हो गया है। पीडि़ता ने पुलिस में शिकायत की। अब यह मामला परामर्श केंद्र पहुंचा है। उधर, पीडि़ता के परिजनों ने शादी से पहले जबरन संबंध बनाने, कार्रवाई पर निकाह करने का भी आरोप लगाया है।
कांकर टोला निवासी एक महिला का कहना है कि गत माह पांच नवंबर को उनका निकाह बारादरी के जाहिद से हुआ। 27 नवंबर को जाहिद ने धोखाधड़ी कर बीवी से तलाकनामा पर दस्तख्त करा लिए। इसके बाद उसे तलाक होने और उसकी बीबी न रहने की बात कहते हुए घर से निकाल दिया। पीडि़ता ने न्याय के लिए पुलिस का रुख किया है। आला हजरत हेल्पिंग सोसायटी की अध्यक्ष निदा खान ने कहा कि ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई की जरूरत है। क्योंकि बीवी साथ रहना चाहती है। शौहर ने तलाकनामा लिखवा लिया।
तलाक के कानून से सजा तय
तीन तलाक पर सरकार अध्यादेश ला चुकी है। अब यह बिल संसद से पास होना है। तलाक का कानून बना तो इस लिखित तलाक पर भी शौहर के खिलाफ कार्रवाई होना तय है। क्योंकि एक बार में किसी भी तरीके से तलाक नहीं दिया जा सकता है।